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चीन ने बांग्लादेश में गंगा की सहायक नदी पद्मा पर बनाया पुल

बांग्लादेश सरकार ने कहा है कि गंगा की सहायक नदी पद्मा पर बनाए गया पुल चीनी BRI का हिस्सा नहीं है।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सफाई देते हुए कहा है कि गंगा की सहायक नदी पद्मा पर बनाए गया पुल चीनी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) का हिस्सा नहीं है। बांग्लादेश के इस बयान से भारत के पड़ोस में चीनी उपस्थिति के अटकलों पर भी विराम लग गया है।

बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा है कि विदेश मंत्रालय स्पष्ट रूप से दावा करता है कि पद्मा बहुउद्देशीय पुल पूरी तरह से बांग्लादेश सरकार द्वारा वित्त पोषित किया गया है और किसी भी द्विपक्षीय या बहुपक्षीय वित्त पोषण एजेंसी से किसी भी विदेशी फंड ने इसके निर्माण में वित्तीय योगदान नहीं दिया है।

ज्ञा रहे कि BRI व्यापार और कनेक्टिविटी को लेकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का एक प्रमुख कार्यक्रम है। भारत ने लगातार पड़ोसी देशों में BRI प्रोजेक्ट्स को लेकर चिंता जताई है क्योंकि चीन-पाकिस्तान इकॉनमिक कॉरिडोर पाकिस्तान नियंत्रित कश्मीर से होकर गुजरता है।

बांग्लादेश सरकार के मुताबिक पद्मा नदी पर पुल का काम पूरा हो चुका है और यह आम जनता के लिए 25 जून को खुलने वाला है। यह पुल बांग्लादेश के 19 दक्षिणी-पश्चिमी जिलों को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा। ढाका से करीब 40 किलोमीटर दक्षिण में बने इस पुल से हसीना सरकार को दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। 2015 में शेख हसीना ने इस पुल के निर्माण कार्य का उद्घाटन किया था। यह बांग्लादेश का सबसे बड़ा पुल होगा।