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चीन से 17वें दौर की बातचीत में सीमा पर चल रहे तनाव को सुलझाने की कोशिश होगी : भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे

भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि चीन के 17वें दौर की बातचीत में सीमा पर चल रहे तनाव को सुलझाने की कोशिश होगी.

उन्होंने बताया कि अब तक की बातचीत में सात बिंदुओं में से पांच पर सहमति बन चुकी है और अब आखिरी के दो बिंदुओं पर बातचीत चल रही है.

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ एक कार्यक्रम में बात करते हुए जनरल पांडे ने चीन और भारत की तैयारियों और पिछले कुछ समय में दोनों देशों के बीच बातचीत के नतीज़ों के बारे में भी बताया.

उन्होंने कहा, “आपको दोनों देशों के बीच राजनीतिक और सेना के स्तर पर बातचीत के बारे में पता है, इन बातचीत की मदद से हमें सात में से पांच फ्रिक्शन पाइंट का हल निकल गया है. दो और फ्रिक्शन पॉइंट पर हल निकालना है.”

सेना प्रमुख ने कहा कि बातचीत लगातार जारी है और जल्द ही इनका हल भी निकल जाने की उम्मीद है.

पूर्वी लद्दाख सीमा पर चीनी सेना की मौजूदगी को लेकर एक सवाल के जवाब में सेना प्रमुख ने कहा, “जहां तक ​​पीएलए (चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी) के सैनिकों की संख्या को लेकर बात है तो इसमें कोई महत्वपूर्ण कमी नहीं हुई है. हालांकि उनकी कुछ टुकड़ियां जो साझा ट्रेनिंग के लिए आई थीं, ठंड की शुरुआत के साथ उनके कम होने के संकेत मिल रहे हैं. लेकिन एलएसी की बात करें तो वहां चीनी सैनिकों की संख्या में कमी नहीं आई है.”

सीमा के पास चीन के इन्फ्रास्ट्रक्चर के बारे में उन्होंने कहा कि “सीमा पर रोड, हेलीपैड और सड़क, ख़ासतौर पर जी-695 सड़क पर काम लगातार चल रहा है. ये रोड या हाइवे जो भी है, एलएसी के साथ-साथ बन रहा है, जो उन्हें न सिर्फ अपनी सेना को आगे भेजने में मददगार होगा बल्कि एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में सेना के मूवमेंट में भी मदद मिलेगी.”

भारतीय सेना की तैयारियों पर बात करते हुए जनरल पांडे ने कहा कि भारतीय सेना अब वहां ठंड की तैयारी कर रही है लेकिन किसी भी हालात से निबटने के लिए उचित संख्या में सेना वहां मौजूद है.

उन्होंने कहा, “अगर देखें तो मुझे लगता है कि एलएसी पर हमें अपने एक्शन बेहद ध्यान से लेने की ज़रूरत है ताकि हम अपने हित और संवेदनशीलता दोनों को बचाए रखें. हमें किसी भी तरह के आकस्मिक परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना होगा. मेरे हिसाब से एलएसी पर मौजूदा हालात कुछ ऐसे ही हैं.