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चुनावी बॉन्ड के ज़रिए 2021-23 में ”इन पार्टियों” ने कुल 852.88 करोड़ रुपए का चंदा प्राप्त किया : रिपोर्ट

द्रमुक, आप, वाईएसआर कांग्रेस, जदयू, बीजद सहित कुल 10 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की सालाना कमाई सामने आई है। चुनावों पर काम करने वाले एक एनजीओ की एक रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में दावा है कि चुनावी बॉन्ड के जरिए 2021-23 में इन पार्टियों ने कुल 852.88 करोड़ रुपए का चंदा प्राप्त किया।

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी रिपोर्ट में आधिकारिक आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि पिछले साल 36 क्षेत्रीय दलों की कुल आय 1,213 करोड़ रुपए थी। रिपोर्ट में बताया गया है कि एडीआर ने 2021-22 के लिए 54 में 36 क्षेत्रीय दलों की आय और खर्च (व्यय) का विश्लेषण किया, जो अपनी ऑडिट रिपोर्ट उन्होंने चुनाव आयोग को सौंपी थी। दस क्षेत्रीय दलों, जिनमें द्रमुक, आप, वाईएसआर कांग्रेस सहित अन्य पार्टियां शामिल है, ने साल 2021-22 में 852.88 करोड़ रुपए के चुनावी बांड से दान प्राप्त करने की घोषणा की।

 

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
विपक्षी पार्टियों की छवि घूमिल करने के लिए सत्ताधारियों द्वारा पोषित वेवसाइटों, फ़ेसबुक पेजों व अन्य सोशल मीडिया को पैसे देकर प्रचार करना, लोकतांत्रिक षड्यंत्र है। इसकी गहन जाँच हो और षड्यंत्रकारियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज हो।

 

दो सालों की कमाई की तुलना
तमिलनाडु की सत्तारूढ़ द्रमुक ने साल में सबसे अधिक 318 करोड़ रुपए का दान मिलने की जानकारी दी। दूसरे नंबर पर बीजद है, जिसे 307 करोड़ रुपए का चंदा मिला है। टीआरएस 218 करोड़ की सालाना कमाई के साथ तीसरे नंबर पर है। देश की शीर्ष पांच पार्टियों की कुल कमाई 1024.424 करोड़ रुपए है।

36 में से 35 पार्टियां के साल 2020-21 और 2021-22 के कमाई की तुलना की गई, इसमें 20 पार्टियों की कमाई पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। वहां 15 पार्टियों की कमाई पिछले साल की तुलना में घटी है। साल 2020-21 में 35 पार्टियों की सालाना कमाई जहां मात्र 565.424 करोड़ थी, वहीं 2021-22 में इन्ही पार्टियों की कमाई 1,212.708 करोड़ रही है। दोनों सालों के बीच पार्टियों की कमाई में 114.48 प्रतिशत की बढ़त हुई है।

इस साल बीजेडी को हुआ काफी फायदा
20-21 की तुलना में बीजेडी की कमाई 233 करोड़ रुपए बढ़ी है। वहीं टीआरएस की 180 करोड़ तो डीएमके की कमाई 168 करोड़ के करीब बढ़ी है। इस साल के अंत में डीएमके के पास 283 तो बीजेडी के पास 278 करोड़ से अधिक रुपए बचे हैं। वहीं टीआरएस के पास मात्र 190 करोड़ रुपए हैं। 2021-22 में 36 क्षेत्रीय दलों का कुल खर्च 288 करोड़ रुपए था। शीर्ष पांच दलों द्वारा किया गया कुल खर्च 176.779 करोड़ रुपए है।

सपा ने खर्च किए सबसे अधिक पैसे
सबसे अधिक खर्च करने वाली पार्टियों में सपा 54 करोड़ रुपए के साथ पहले नंबर पर है। वहीं, डीएमके 35 करोड़ रुपए के साथ दूसरे नंबर पर है। आप ने पिछले साल 30 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। बीजेडी ने 28 करोड़ रुपए तो एआईएडीएमके ने 28 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।