नई दिल्ली: निर्वाचन आयोग के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के ऐलान से देश की राजनीति में बड़ी हलचल मची हुई है,जहां बीजेपी अपना झंडा गाड़ना चाहती है वहीं कॉंग्रेस को उसके वजूद के लिये मेहनत करनी पड़ रही है।
पाँच राज्यों से एक तेलंगाना में भी चुनाव होने हैं जो ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन का ग्रह राज्य है,जहां मजलिस के सात विधायक एक एमपी और एमएलसी हैं
चुनाव की घोषणा के बाद ऑल इंडिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष बैरिस्टर असदउद्दीन ओवैसी ने बयान देकर कॉंग्रेस बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं ओवैसी ने चुनाव की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं चुनाव आयोग के निर्णय का स्वागत करता हूं. मुझे उम्मीद है कि तेलंगाना के लोग बढ़-चढ़कर मतदान में भाग लेंगे. मुझे विश्वास है कि लोग मेरी पार्टी के उम्मीदवारों को जिताएंगे. मुझे यह भी भरोसा है कि केसी राव दोबारा राज्य के सीएम बनेंगे.” ओवैसी के इस बयान पर हालांकि अभी तक बीजेपी और कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए कार्यक्रम की घोषणा का शनिवार को बीजेपी और सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने स्वागत किया. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने उच्च न्यायालय में मतदाता सूचियों में कथित विसंगतियों से संबंधित एक मामले का उल्लेख किया. हालांकि पार्टी ने कहा कि वह चुनावों के लिए तैयार है. तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा, “हम इसका स्वागत करते हैं. हम इसके लिए तैयार हैं.”
उन्होंने कहा कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले से ही चुनाव बिगुल बजा चुके है और वह 10 अक्टूबर को करीमनगर में एक सभा को संबोधित करेंगे. लक्ष्मण ने कहा कि पार्टी की राज्य चुनाव समिति की बैठक होगी और पार्टी के संसदीय बोर्ड के समक्ष उम्मीदवारों के नामों की सिफारिश की जाएगी।
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता श्रवण दासोजु ने कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है लेकिन मतदाता सूचियों में कथित विसंगतियों से संबंधित एक मामला अदालत में लंबित है. उन्होंने कहा,‘‘मैं नहीं जानता कि उन्हें क्या जल्दी थी. यह मामला लंबित है. चर्चा चल रही है. अगली सुनवाई के लिए अलग तिथि दी जाएगी.” सत्तारूढ़ टीआरएस की हार निश्चित होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा,‘‘कांग्रेस मुकाबले के लिए तैयार है.’’
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा का स्वागत करते हुए टीआरएस के सांसद बी विनोद कुमार ने शीर्ष न्यायालय के एक आदेश का हवाला दिया कि यदि विधानसभा या लोकसभा भंग कर दी गई है तो जल्द चुनाव होने चाहिए. उन्होंने चुनावों में पार्टी की जीत होने का दावा करते हुए कहा, “हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं।