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चोरी किये गए आधे गहने क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों ने आपस में बांट लिए!

दुर्ग। छत्तीसगढ़ में एक चोर का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो चोर ने खुद बनाकर वायरल किया है। इसमें वह स्वीकार कर रहा है कि उसने पड़ोस के एक ब्यूटी पार्लर में चोरी की। उसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ भी लिया, लेकिन वहां से चोरी कि गए सारे गहनों की बरामदगी नहीं दिखाई। इनमें से आधे गहने क्राइम ब्रांच के दो सिपाहियों ने आपस में बांट लिए। इसके बाद दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने जांच के आदेश दे दिए हैं।

नेहा यादव बोलीं-पूरे गहने नहीं मिले
दरअसल, बजरंग नगर निवासी देवेंद्र धोबी को पुलिस ने चोरी के मामले में पकड़ा था। आरोप है कि उसने मोहल्ले में ही संचालित नेहा यादव के ब्यूटी पार्लर में 24 जुलाई को चोरी की थी। क्राइम ब्रांच ने देवेंद्र को गिरफ्तार किया और उससे गहनों की बरामदगी भी कर ली। इसके बाद देवेंद्र को जेल भेज दिया गया और गहने कोर्ट के आदेश पर नेहा यादव को सौंप दिए गए। हालांकि नेहा यादव का कहना है कि उसे पूरे गहने नहीं मिले हैं।

जमानत पर छूटने के बाद बनाया वीडियो
जमानत पर छूटने के बाद देवेंद्र ने वीडियो बनाया है। इसमें वह बता रहा है कि घर लौटने के बाद नेहा यादव उसके पास आई और गहनों को लेकर झगड़ा किया। वह अपने बाकी के गहने मांग रही है। वीडियो में देवेंद्र आगे बता रहा है कि क्राइम ब्रांच के आरक्षक खुर्रम बख्श और जावेद ने उसे गिरफ्तार किया था। उन्होंने चोरी के पूरे जेवर जब्त किए, लेकिन उन्हें अपने पास रख लिया। यह भी कहा कि उसने कोई गहना तालाब में नहीं फेंका।

गहने लौटाने की अपील की
चोरी के आरोपी देवेंद्र कह रहा है कि उसने रंजिश में चोरी की। घर में बने ब्यूटी पार्लर से सोने की दो इयर रिंग और अंगूठी अपनी बहन के यहां रखी थी। एक अंगूठी उसने गोलू नामके युवक को बेच दी थी। उसके बदले आठ हजार रुपये मिले थे। उसे भी दोनों सिपाहियों ने जब्त कर लिए थे। आरोप लगाया कि जब्ती के बाद भी दोनों सिपाहियों ने इसे नहीं दिखाया। उसने गहने लौटाने की अपील की है। वहीं नेहा ने भी मामले की शिकायत की है।

सीएसपी को सौंपी गई मामले की जांच
शिकायत मिलने के बाद दुर्ग एसपी ने मामले की जांच आईपीएस अफसर और दुर्ग सीएसपी वैभव बैंकर को सौंपी है। उनका कहना है कि आरोपी चोर और पीड़ित को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगी। उसके बाद आगे कार्रवाई होगी। अगर पूछताछ में निकल कर आता है कि जब्ती सामान में धोखाधड़ी की गई है तो आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।