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जब सद्दाम हुसैन से मिलकर 15 अमेरिकी बंधकों को छुड़ा लाए थे मोहम्मद अली

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ब्यूरो । विख्यात बॉक्सर मुहम्मद अली का नाम यूँ ही दुनिया की ज़ुबान पर नहीं चढ़ा था । उन्हें बहुत दिमागवाला और होशियारी से काम लेने वाला कहा जाता था । बॉक्सिंग रिंग हो या निजी ज़िंदगी, मुहम्मद अली हर फैसला बड़ी समझदारी से करते थे ।

शायद कम लोग इस बात को जानते हैं कि अली ने अमेरिका के बड़े दुश्मन और ईराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन से ईराक में ही जाकर बातचीत की थी और 15 अमेरिकी लोगों को छुड़वा लिया था। इन लोगों को सद्दाम ने गल्फ युद्ध के दौरान बंदी बना लिया था। वहीँ वियतनाम युद्ध में यूएस का साथ ना देने की वजह से उनपर तीन साल का प्रतिबंध भी लगाया गया था ।

12 साल की उम्र में अली की साइकिल चोरी हो गई थी। तब उन्होंने पुलिसवाले के सामने कमस खाई कि वह चोरी करने वाले का सिर फोड़ देंगे। इसपर पुलिसवाले (जो की बॉक्सिंग कोच भी था) ने सलाह दी कि वह जाकर पहले बॉक्सिंग सीखें पर ऐसा सोचे। उस दिन से ही अली ने बॉक्सिंग सीखनी शुरू कर दी।

जिन गलव्ज को पहनकर अली ने बॉक्सर लिस्टन को हराया था उन्हें 50 साल बाद बेचकर अली ने 836,000 डॉलर कमाए थे। यह रकम उस वक्त ईनाम में मिले 630,000 डॉलर से ज्यादा थे।

अली ने अपनी जिंदगी की सबसे बड़ी फाइट सुबह चार बजे लड़ी थी। यह फाइट कांगो में हुई थी। इसलिए इसे चार बजे करवाया गया ताकि अमेरिका में बैठे लोग इसे प्राइम टाइम में देख सकें।

1981 में अमेरिका में एक शख्स आत्महत्या करने के लिए ऊंची सी मंजिल पर चढ़कर छलांग लगाने वाला था। तभी वहां अली पहुंच जाते हैं और समझा-बुझाकर उसे जान देने से रोक लेते हैं। लोगों ने उनके इस कदम को खूब सराहा गया था। अली ने अपनी एक एलबम भी निकाली थी। इसमें उन्होंने अपनी लिखी हुई कविताओं को गाया था।

अली ने कुल चार शादियां की थीं। चारों से उन्होंने 1966 से पहले तलाक ले लिया था। चार बीवियों से उनके 9 बच्चे थे। अली ने अपने करियर में 56 फाइट जीतीं और कुल 5 में उन्हें हार मिली। अली पहले ऐसे बॉक्सर थे जो कि लगातार तीन बार वर्ल्ड हेवीवेट चैंपियन बना रहे।

अली ने 1960 समर ओलंपिक में लाइट हेवीवेट गोल्ड मेडल जीता था। उस वक्त वह 18 साल के थे। अपनी ऑटोग्राफी में अली ने लिखा था कि उन्होंने अपना मेडल रंगभेद के प्रति गुस्सा दिखाने के लिए नदी में फेंक दिया था, पर उनके दोस्त बताते हैं कि असल में उनसे मेडल कहीं खो गया था।