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जमीयत यूथ क्लब से सवा सौ करोड़ युवाओं को ट्रैनिंग देगी -जानिए क्या होगा एक्शन प्लान ?

नई दिल्ली: देश की आज़ादी में महत्वपूर्ण किरदार अदा करने वाली तंज़ीम जमीयत उलमा-ए-हिंद ने अपने पायलट प्रोजेक्ट जमीयत यूथ क्लब का परिचयात्मक कार्यक्रम व प्रदर्शन का आयोजन किया। जिसमें गुजरात, मेवात और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से चयनित सौ छात्रों ने कला का शानदार प्रदर्शन किया।

मंगलवार को फिरदौस गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना सैय्यद महमूद मदनी ने जमीयत यूथ क्लब का परिचय पेश करते हुए अगले दस वर्षों में दुनियाभर से सवा सौ करोड़ युवकों को जोड़ने का एलान करते हुए कहा कि योजना के अनुसार अगले छह महीनों में दस हजार युवाओं को प्रशिक्षण देकर तैयार कर वर्ष 2019 में एक सार्वजनिक प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नकारात्मक नहीं बल्कि रचनात्मक काम है।

हमारा उद्देश्य ऐसे लोगों को तैयार करना है जो लोगों के रक्षक और सच्चे सेवक बन सकें तथा जरूरत पड़ने पर खुद की रक्षा कर सकें। आज मिल्लत सबसे आंतरिक संकट से जूझ रही है। देश के मौजूदा हालात में जिस तरह हर मोर्चे पर मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है, इससे युवाओं में निराशा, विश्वास का अभाव और खुद की पहचान के गुम होने की भावना पैदा होने लगी है। इसलिए इस समय सबसे बड़ी जरूरत है कि मुसलमानों को इस गंभीर संकट से निकाला जाए और यह तभी संभव है जब मिल्लत का हर व्यक्ति एक दूसरे के सहयोगी बनें।

मदनी ने कहा कि हम पिछले पांच वर्षों से युवाओं को मानसिक व शारीरिक प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं। इसके लिए देश के मान्यता प्राप्त संस्थान भारत स्कॉउट गाइड का चयन किया गया है। अध्यक्ष मौलाना कारी सैय्यद उस्मान मंसूरपुरी ने कहा कि युवाओं का शारीरिक प्रशिक्षण बहुत जरूरी है।

क़ारी उस्मान में कहा कि उनके विद्यार्थी काल में दारुल उलूम में एक पहलवान रखा जाता था जो लोगों को शारीरिक व्यायाम करवाता था। उन्होंने कहा कि आज कुछ दल खुलेआम आपत्तिजनक हथियारों का प्रदर्शन करते हैं। जिनका उद्देश्य दूसरों को डराना होता है। हम भी देश के कानून के दायरे में रहते हुए अपनी युवा शक्ति का खुलेआम प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान मौलाना महमूद मदनी ने हैरतअंगेज करतब दिखाने वाले युवाओं को प्रतीक चिह्न व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।