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जीत के बाद तय्यब एर्दोगान उठाया ऐतिहासिक क़दम-18 हज़ार से अधिक फौजियों,पुलिसकर्मियों को किया बर्खास्त

नई दिल्ली: तुर्की में राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान ने जुलाई 2016 में तख्तापलट के विफल प्रयास से संबंधों को लेकर रविवार को 18,632 सिविल सेवकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया है। इनमें अधिकतर पुलिस और सेना के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।

समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बर्खास्तगी आपातकाल के आदेश के तहत आधिकारिक विज्ञप्ति में प्रकाशित हुई है। आपातकाल को सोमवार को हटाए जाने की संभावना है।

करीब नौ हजार पुलिस अधिकारी, छह हजार सशस्त्र बल कर्मी और न्याय मंत्रालय के एक हजार सिविल सेवक इस आदेश से प्रभावित होंगे। तुर्की मीडिया ने इसे आपातकाल का अंतिम आदेश करार दिया है।

तुर्की सरकार ने विफल तख्तापलट प्रयास के लिए निर्वासित धार्मिक नेता फतुल्लाह गुलेन से जुड़े समूहों को जिम्मेदार ठहराया है। गुलेन अमेरिका में स्वनिर्वासित जीवन बिता रहे हैं।

20 जुलाई 2017 को आपातकाल लागू किया गया था। इसके बाद से हजारों अधिकारियों और शिक्षाविदें को गुलेन के साथ करीबी रिश्तों के चलते गिरफ्तार किया गया और उनके पदों से हटाया गया