नई दिल्ली: तुर्की में राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान ने जुलाई 2016 में तख्तापलट के विफल प्रयास से संबंधों को लेकर रविवार को 18,632 सिविल सेवकों को बर्खास्त करने का आदेश दिया है। इनमें अधिकतर पुलिस और सेना के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं।
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बर्खास्तगी आपातकाल के आदेश के तहत आधिकारिक विज्ञप्ति में प्रकाशित हुई है। आपातकाल को सोमवार को हटाए जाने की संभावना है।
Turkey sacks more than 18,000 personnel ahead of expected lifting of emergency rule https://t.co/XG0aPUY5Gy pic.twitter.com/oJx5rQmjOK
— Reuters (@Reuters) July 8, 2018
करीब नौ हजार पुलिस अधिकारी, छह हजार सशस्त्र बल कर्मी और न्याय मंत्रालय के एक हजार सिविल सेवक इस आदेश से प्रभावित होंगे। तुर्की मीडिया ने इसे आपातकाल का अंतिम आदेश करार दिया है।
तुर्की सरकार ने विफल तख्तापलट प्रयास के लिए निर्वासित धार्मिक नेता फतुल्लाह गुलेन से जुड़े समूहों को जिम्मेदार ठहराया है। गुलेन अमेरिका में स्वनिर्वासित जीवन बिता रहे हैं।
Turkey suddenly sacks 18,000 officials in emergency decree, days before Erdogan is sworn in again https://t.co/U0n04pLMHn pic.twitter.com/ktzCUinpDE
— The Independent (@Independent) July 8, 2018
20 जुलाई 2017 को आपातकाल लागू किया गया था। इसके बाद से हजारों अधिकारियों और शिक्षाविदें को गुलेन के साथ करीबी रिश्तों के चलते गिरफ्तार किया गया और उनके पदों से हटाया गया