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जोधपुर कोर्ट में आसाराम दोषी करार,नाबालिग़ पीड़िता को मिला इंसाफ

जोधपुर : इंसानों का भगवान बनकर उनकी इज़्ज़त आबरू लूटने वाले शैतान आसाराम को जोधपुर कोर्ट ने बलात्कारी माना है जिसके बाद देशभर में ख़ुशी की लहर दौड़ पड़ी है,नाबलिग पीड़िता को इंसाफ मिलने पर पीड़िता के पिता का दर्द छलका है. मीडिया से बात करते हुए पीड़िता ने पिता ने कहा, ‘आसाराम को कोर्ट ने दोषी माना है और अब जाकर हमें इंसाफ मिला है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया करना चाहता हूं, जिन्होंने इस लड़ाई को लड़ने में हमारा साथ दिया. मैं चाहता हूं आसाराम को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि मेरी बेटी के अलावा गवाह जिनकी मौत हुई उन्हें भी इंसाफ मिलें.’

शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर सुरक्षा
फैसले से पहले पीड़िता के पिता ने कहा था, ‘मुझे न्यायपालिका में पूरा भरोसा है और मुझे विश्वास है कि आसाराम को सख्त सजा दी जाएगी.’ उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पीड़िता के घर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

15 अगस्त 2013 को आसाराम के दुर्व्यवहार के बाद लड़की ने इसकी शिकायत दिल्ली 20 अगस्त को दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में की थी.उसके बाद इस मामले को जोधपुर शिफ़्ट कर दिया गया और एफ़आईआर दर्ज की गई।

उसके बाद आसाराम को इंदौर में गिरफ़्तार किया गया. गिरफ़्तारी के बाद आसाराम के समर्थकों ने भारी हंगामा और प्रदर्शन किया था.गिरफ़्तारी के बाद आसाराम की मर्दानगी का टेस्ट हुआ था जिसमें वो सफल पाए गए थे और फिर 2 सितंबर 2013 को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. उसके बाद से ही वो जेल में हैं. आसाराम की तरफ़ से अब तक 12 ज़मानत याचिकाएं दायर की गई थीं जिनमें से एक को भी स्वीकार नहीं किया गया.जोधपुर पुलिस ने मामले में नवंबर 2013 में आसाराम और चार अन्य लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाखिल की।

आसाराम धार्मिक उपदेश देनेवाले गुरु हैं. उन्होंने 19 देशों में क़रीब 400 आश्रम खड़े किए हैं और माना जाता है कि उनके भक्तों की संख्या लगभग चार करोड़ है।

आसाराम का जन्म वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में 1941 में हुआ था. विभाजन के बाद वो भारतीय गुजरात में आकर रहने लगे. 45 साल पहले गुजरात में ही उन्होंने अपना पहला आश्रम बनाया. उसके बाद से ही उनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती रही और बड़े-बड़े लोग भी उनके भक्तों की श्रेणी में शुमार रहे हैं.
भारत के कई जानेमाने राजनेता समेत देश के मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनके प्रशंसक रहे हैं और उनके धार्मिक आयोजनों में शामिल होते रहे हैं