उत्तर प्रदेश राज्य

डॉक्टर कफ़ील के भाई पर जानलेवा हमला-अज्ञात हमलावरों ने मारी गोली

लखनऊ: गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज के आक्सीजन कांड में 8 महीने जेल काटकर हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए मेडिकल कालेज के बालरोग विभाग के प्रवक्ता व एनएचएम के नोडल अधिकारी रहे डा. कफील अहमद के छोटे भाई काशिफ जमील को आज रात 10.30 बजे गोरखनाथ क्षेत्र में गोली मार दी गई। दो हमलावरों ने उन पर तीन गोलियां चलायीं जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। घायल काशिफ को एक निजी नर्सिंग होग में भर्ती कराया गया है।

डा. कफील अहमद के छोटे भाई काशिफ जमील बिजनेस मैन हैं और इनवर्टर व बैटी का कारोबार करते हैं। डा. कफील चार भाई हैं। सबसे बड़े अदील अहमद खान है और उसके बाद डा. कफील अहमद खान है। काशिफ जमील तीसरे नम्बर पर हैं। सबसे छोटे फजील अहमद खान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मेडिकल कालेज में एमबीबीएस करने के बाद सीनियर रेजीडेंट हैं।

मिली जानकारी के अनुसार काशिफजमील किसी काम से गोरखनाथ क्षेत्र में गए थे। वह बाइक से थे। वह घर लौट रहे थे कि जेपी हास्पिटल के पास ब्राउन कलर की स्कूटी पर सवार दो हमलावरों ने उन पर तीन गोलियां चलायीं। एक हमलावार चेहरे पर गमछा बांधे हुए था जबकि दूसरा हेलमेट पहने था। कासिफ जमील को एक गोली कंधे में, दूसरी गर्दन के पास लगी। वह बुरी तरह घायल हो गए। राहगीरों की मदद से वह किसी तरह टेम्पो से विंध्यवासिनी नगर स्थित स्टार नर्सिंग होम पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उनका तुरन्त इलाज शुरू किया।

काशिफ जमील के बड़े भाई अदील अहमद खान ने बताया कि वह और डा. कफील आज कुशीनगर गए हुए थे। वह घर लौटे ही थे कि इस घटना की जानकारी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि चूंकि काशिफ जमील बुरी तरह घायल है, इसलिए घटना के बारे में उनसे कोई जानकारी नहीं मिल पायी है। घटना की वजह भी पता नहीं चल पा रही है। अदील अहमद खान ने कहा कि उनका पूरा परिवार बीआरडी मेडिकल कालेज के आक्सीजन कांड के बाद से मुसीबतों में है। डा. कफील खान के जमानत पर रिहा होने के बाद वह लोग लगातार खतरे की आशंका में जी रहे हैं