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डॉ.ज़ाकिर नाईक ने मलेशिया के प्रधानमंत्री से करी मुलाक़ात,देखिए क्या लिया गया फैसला ?

नई दिल्ली:मशहूर इस्लामी प्रचारक डॉक्टर ज़ाकिर नाईक इन दिनों मलेशिया में रह रहे हैं,भारत में इनके खिलाफत संगीन आरोप लगे हुए हैं,पिछले दिनों मीडिया में ज़ाकिर नाईक के भारत वापसी की खबर गर्दिश कर रही थी,जिस पर मलेशिया के प्रधानमंत्री ने अपना बयान देकर सरकार का रुख स्पष्ट किया था।

ज़ाकिर नाईक ने मलेशिया की प्रधानमंत्री से मुलाक़ात करी जिससे साफ होजाता है ज़ाकिर नाईक की भारत वापसी की खबरों में कोई दम नही है,इससे पहले शुक्रवार को प्रधानमंत्री मासिर ने स्पष्ट किया था कि हम डॉक्टर ज़ाकिर नाईक को किसी भी हाल में भारत के हवाले नही करेंगे।

मलेशियाई न्यूज़ पोर्टल ‘फ्री मलेशिया टुडे’ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि महातिर ने नाईक से मुलाकात की है. इस मुलाकात से एक दिन पहले मलेशियाई प्रधानमंत्री ने नाइक के मलेशियाई कानून नहीं तोड़ने तक उसे भारत भेजने की संभावनाओं को खारिज किया था. बता दें कि नाईक को मलेशिया में स्थायी निवासी का दर्जा मिला हुआ है.

मलेशियाई पोर्टल ने एक सूत्र के हवाले से कहा, “मैं पुष्टि करता हूं कि नाईक आज (रविवार) सुबह तुन (महातिर) से मिलने के लिए गए.” यह साफ नहीं है कि नाईक ने महातिर से क्या चर्चा की. महातिर की पार्टी पकातान हरापान के सत्ता में आने के बाद यह दोनों की पहली मुलाकात थी. रिपोर्ट के मुताबिक, यह मुलाकात नियोजित नहीं थी और छोटी थी.

इस बीच सत्तारूढ़ पार्टी प्रीबुमी बेरसातू मलेशिया (पीपीबीएम) के रणनीतिकार रईस हुसिन ने नाईक को भारत नहीं भेजने के महातिर के फैसले का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि ऐसा करना उइगुर मुसलमानों को चीन भेजने जैसा होगा.

बता दें जुलाई 2016 में ढाका के एक रेस्टोरेंट पर हुए आतंकी हमले के संदिग्धों के जाकिर नाईक के भाषणों से प्रेरित होने की खबरें आने के बाद से ही नाईक के खिलाफ भारत और बांग्लादेश में जांच जारी है. विदेश मंत्रालय ने नाईक का पासपोर्ट रद्द करने के बाद मलेशिया से उसे भारत प्रत्यर्पित करने को कहा था