दुनिया

तुर्की और रूस के बीच मिज़ाईल टेक्नोलॉजी को लेकर हुआ समझौता-एक दूसरे की रक्षा करने पर हुए हस्ताक्षर

नई दिल्ली:तुर्की इस समय दुनिया मे एक नई ताक़त बनकर उभर रहा है अगर इसको दुश्मनों की नज़र न लगे तो आने वाले समय में दुनिया के सामने एक बड़ी ताक़त बनकर उभरेगा,तुर्की के किसी का कोई क़र्ज़ा नही है बल्कि तुर्की ने वर्ल्ड बैंक को क़र्ज़ा देने की पेशकश की है,तुर्की 2023 तक दुनिया के परमाणु शक्ति से लैस होजायेगा।

तुर्की ने अपने रक्षा क्षेत्र में एक नया क़दम बढाते हुए एस400 वायु रक्षक मिसाइल की आपूर्ति की शुरूआत 2019 में करनी है जिसके लिये उसकी रूस के साथ सहमति बन गई है,जिससे तुर्की को काफी फायदा पहुँचेगा।

तुर्की के रक्षा उद्योग मंत्रालय के अवर सचिव इस्माईल देमिर ने मंगलवार को देर रात ट्वीट कर बताया, रूस के साथ एस400 मिसाइल प्रणाली के अधिग्रहण के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए हैं और इसकी आपूर्ति की अग्रिम तारीख जुलाई 2019 निर्धारित की गयी है।

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की अंकारा में तुर्की के अपने समकक्ष रजब तैयब एर्दोआन के साथ बातचीत हुई। बातचीत के बाद यह घोषणा की गयी है। एक प्रेस कांफ्रेंस में पुतिन ने बताया कि उन्होंने और एर्दोआन ने तुर्की को वायु रक्षक एस400 मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति तेज करने का निर्णय किया है।

https://twitter.com/SputnikInt/status/981592486182203392?s=19

हालांकि, इसके लिए कोई तारीख नहीं बतायी गयी थी। रूसी अधिकारियों ने दिसंबर में कहा था कि दो अरब डालर के इस सौदे में आपूर्ति की शुरूआत 2019 के आखिर तक या फिर 2020 के शुरू में होगी।

पुतिन और एर्दोगान ने हाल के महीनों में निकटतर सहयोग स्थापित किया है। इससे दोनो देशों के बीच सीरिया के संकट का समाधान करने के लिए संबंधों में बढ़ोतरी हुई है।