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तुर्की ने अमेरिका को दिया बड़ा झटका-ईरान,चीन के साथ कारोबार में डॉलर का नही करेगा इस्तेमाल

नई दिल्ली: तुर्की के खिलाफ अमेरिका द्वारा की गई एक तरफा कार्यवाही से करेंसी लीरा डगमगा गई है,जिससे लीरा अब तक की सबसे बड़ी गिरावट का समाना कर रहा है,लेकिन तुर्की ने अमेरिका के सामने घुटने टेकने से मना कर दिया है।

अब तक इस संकट ने थमने का नाम नही लिया है तुर्की नव अमेरिका के खिलाफ पूरी सख्ती बरतने की तैयारी करली है, राष्ट्रपति एर्दोगान ने अमेरिका द्वारा लगाये सभी प्रतिबंधों का डट कर सामने करनी की कसम खायी है साथ ही तुर्की नागरिकों से अमेरिका के खिलाफ “एकजुट” होने का आह्वान किया है।

मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, एर्दोगान ने बुधवार को हुर्रियत समाचार पत्र से कहा कि, अमेरिकी पादरी एंड्रयू ब्रूनसन के चल रहे मामले के बारे में तुर्की “गैरकानूनी अनुरोध” को पूरा नहीं करेगा।

रॉयटर्स ने बताया कि ब्रूनसन का मामला आतंकवाद के आरोपों पर तुर्की में खड़े परीक्षण, अंकारा और वाशिंगटन के बीच एक राजनयिक संकट के दिल में है. इसी मुद्दे को लेकर अमेरिका ने तुर्की पर प्रतिबन्ध लगाये है जिसकी वजह से तुर्की की अर्थव्यवस्था काफी प्रभावित हुयी है।

पत्रकारों को अपनी टिप्पणियों का हवाला देते हुए, एर्दोगान ने कहा कि तुर्की कानून के शासन का पालन करता है और संयुक्त राज्य अमेरिका हुर्रियत के अनुसार खतरों का इस्तेमाल करके मामले में प्रगति करने में सक्षम नहीं होगा।

साथ ही एर्दोगान ने अपने सहयोगी देशों से विश्व व्यापार करने के लिए डॉलर पर निर्भरता खत्म करने का आग्रह किया. एर्दोगान ने कहा की वह ईरान और चीन से व्यापार करने में लोकल मुद्रा का ही इस्तेमाल करने की योजना बना रहे है. एर्दोगान के कदम का कनाडा ने भी समर्थन किया है।