नई दिल्ली: सीरिया में तुर्की द्वारा चल रहे अभियान में उत्तर-पश्चिमी कुर्दिश इलाके आफरीन में शनिवार (3 मार्च) को किए गए हवाई हमलों में सरकार समर्थित 36 लड़ाकों की मौत हो गई. कुर्द नेतृत्व वाले सीरियाई डेमोक्रेटिक फोर्सेज गठबंधन ने बताया कि तुर्की ने सरकार के समर्थन वाले ठिकानों पर हमला किया. हालांकि इस संगठन ने मृतकों की संख्या नहीं बताई।
Red Cross aid convoy reaches city of Afrin in NW Syria; 1st delivery since early December. City of 50K controlled by Kurd forces, but under attack by Turkey, which considers them terrorists who seek an independent homeland in southern Turkey. Background: https://t.co/4mSlKy47bc
— CBC News Alerts (@CBCAlerts) March 1, 2018
ब्रिटेन की सीरियन ऑब्जरवेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि 48 घंटों से भी कम समय में तुर्की से लगे एंक्लेव में तीसरी बार हमला हुआ है. इस निगरानी संस्था ने बताया कि गुरुवार (1 मार्च) को तुर्की द्वारा किए गए हवाई हमले में सरकार समर्थित 14 लड़ाकों की मौत हो गई थी. सीरिया में तुर्की के नेतृत्व वाले विपक्षी लड़ाके 20 जनवरी के बाद तेजी से आगे बढ़े हैं. इन लड़ाकों ने 20 जनवरी को कुर्दिश पीपल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के नियंत्रण वाले आफरीन पर हमला किया था.
सीरिया के पूर्वी घौता में बमबारी, 6 मरे
वहीं दूसरी ओर सरिया के पूर्वी घौता इलाके में शनिवार (3 मार्च) को अज्ञात विमानों से बमबारी की गई, जिसमें एक बच्ची सहित कम से कम छह नागरिक मारे गए. अमेरिकी युद्ध निगरानी समूह की ओर से बताया गया कि बमबारी में अल-मोहामदिया और बेइत सावा कस्बों को निशाना बनाया गया. मगर यह नहीं बताया गया कि बमबारी सुबह नौ बजे से पहले की गई या बाद में, जबकि सीरिया सरकार मंगलवार (27 फरवरी) से लागू पांच घंटे के संघर्षविराम का पालन कर रही है।
सीरिया सरकार का दावा है कि उसने आम नागरिकों को पूर्वी घौता छोड़ने की अनुमति दे दी है. वहीं आधिकारिक समाचार एजेंसी सना ने आरोप लगाया कि नागरिकों पर गोलीबारी कर विद्रोही भागने की कोशिश करते हैं. एफे न्यूज के मुताबिक, पूर्वी घौता के पूर्वी व दक्षिण-पूवी इलाकों में सीरिया सरकार के रूस समर्थित दस्ते और आतंकवादी संगठन जैश अल-इस्लाम के विद्रोहियों के बीच युद्ध जारी है।