Related Articles
सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए…..By-Kavita Krishnapallavi
Kavita Krishnapallavi ============ सात वर्ष हो गये इस पत्र को लिखे हुए । 2013 में भी इसे फेसबुक पर पोस्ट किया था । मेरी यह दोस्त बुर्जुआ जीवन और गार्हस्थ्य में व्यवस्थित होने की विफल कोशिश के बाद आज भौतिक समृद्धि और आर्थिक सुरक्षा के बावजूद, अवसाद से जूझते हुए एकाकी जीवन बिता रही है […]
भारत इस स्तिथि से निकल पाएगा की नहीं, कह नहीं सकते!!
शुभेंद्र त्यागी ========== किसी देश की संस्कृति की पहचान उसके सार्वजनिक स्थानों से हो जाती है. जिन जगहों पर हम जीवन व्यापार में दूसरों के साथ भागीदारी करते हैं, उनका स्वरूप कैसा है, इससे हमारे सौंदर्यबोध का भी पता चलता है. मानव की कोई भी निर्मिति सिर्फ़ उसके प्रयोजन तक ही सीमित नहीं रहती, वरन् […]
PFI पर बैन के बाद, नायाब हसन ”कंदील” का हिंदी और उर्दू में लेख पढ़ें
डॉ। मुहम्मद रज़ीउल इस्लाम नदवी ============= PFI पर बैन के बाद! नायाब हसन (कंदील) सरकार द्वारा उन पर प्रतिबंध लगाने या उन पर महाभियोग चलाने से पहले, सरकारें मुस्लिम व्यक्तियों या संगठनों, संस्थानों को घेरने के लिए जिन साधनों का उपयोग करती रही हैं, उनमें स्वयं सरकारी एजेंसियां और मुस्लिम व्यक्ति और संस्थान शामिल हैं। […]