नई दिल्ली:त्रिपुरा के विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर भारतीय जनता पार्टी ने आईपीएफटी के साथ मिलकर सरकार बना ली है। बिप्लब देब को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले 25 सालों तक कम्युनिस्ट पार्टी के मानिक सरकार सत्ता पर काबिज थे। इन चुनावों में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए सरकार बनाई है। बीजेपी की इस विराट जीत के पीछे जिस नेता का नाम सबसे ज्यादा उछला वो नाम है त्रिपुरा में बीजेपी के चुनाव प्रभारी सुनील देवधर का।
अब सरकार बनने के बाद सुनील देवधर ने कहा है कि यहां राज्य में हिंदू भी बीफ खाते हैं इसलिए इसपर बैन नहीं लगना चाहिए। बता दें कि केंद्र में एनडीए की सरकार बनने के बाद से ही बीफ को लेकर काफी हो-हल्ला मचा हुआ है। बीजेपी की तरफ से कई बार बीफ बैन के पक्ष में बातें कही जाती रही हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी ने भी बीफ बैन की वकालत की थी।
Kisi rajya mai agar bahusankhyak log nahi chahte hain to wahan ki sarkaar us par ban lagayegi, North East ke rajyon main bahusankhyak log usko khaate hain to wahan ki sarkaar us par pratibandh nahi lagati: Sunil Deodhar, BJP on BJP's stand on Beef in Tripura (1/2) pic.twitter.com/9rtGinP2Nz
— ANI (@ANI) March 13, 2018
बीफ बैन को लेकर जहां विरोधी दल बीजेपी पर ये कहते हुए हमला करते रहे हैं कि, ‘कई राज्यों में अभी भी लोग बीफ खाते हैं। ऐसे में बीजेपी कानून लाकर पूरे देश में बीफ को क्यों नहीं बैन कर दिया जाता।’ मंगलवार को त्रिपुरा में बीजेपी प्रभारी सुनील देवधर ने कहा- किसी राज्य में अगर बहुसंख्यक लोग नहीं चाहते हैं तो वहां की सरकार बीफ पर बैन लगाएगी। नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बहुसंख्यक लोग उसे खाते हैं तो वहां की सरकार उस पर प्रतिबंध नहीं लगाती।
Yahan par zyadatar Muslims aur Christians hain, kuch Hindus aise bhi hain jo ye maans khaate hain to mujhe aisa lagta hai ki uspar koi ban nahi hona chahiye isliye wahan ban nahin hai: Sunil Deodhar, BJP on BJP's stand on Beef in Tripura (2/2) pic.twitter.com/1zfwwiyAT6
— ANI (@ANI) March 13, 2018
सुनील देवधर ने त्रिपुरा में बीफ बैन के मुद्दे पर मीडिया से बात करते हुए ये भी कहा कि, ‘यहां पर ज्यादातर मुसलमान और क्रिश्चियन हैं। कुछ हिंदू भी ऐसे हैं जो ये मांस खाते हैं तो मुझे वगता है कि उसपर कोई बैन नहीं होना चाहिए। इसलिए यहां बैन है भी नहीं।’