नई दिल्ली: देशभर में तेजी से फैल रही नफरत के बुरे परिणाम भारतीय लोकतंत्र और संविधान को कमज़ोर हो रहा है,कभी भीड़ बच्चा चोर बताकर किसी को अपना शिकार बना लेती है तो कभी गाँय का क़ातिल बताकर मार डाला जाता है,अभी यूपी के पिलखुआ में हुई लिंचिंग का मामला ठंडा भी नही हुआ था कि अब त्रिपुरा से एक बुरी खबर आई है ।
प्राप्त समाचार अनुसार त्रिपुरा में गुरुवार को भीड़ ने बच्चा चोरी के शक में तीन लोगों की जमकर पिटाई की। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक पुलिसकर्मी सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारी ने कहा कि यह घटना पश्चिमी त्रिपुरा के आदिवासी बहुल मुराबारी गांव में घटी, जहां तीन फेरी वाले कपड़े बेचने गए थे।
#Tripura: 1 dead, 2 injured after mob allegedly attacked 3 men suspecting them to be child-lifters, in Urabari area of Agartala, earlier today. Tripura State Rifles personnel says, "There was huge mob & situation was tense. We managed to save two people from the mob." pic.twitter.com/uNupv6Z6c5
— ANI (@ANI) June 28, 2018
त्रिपुरा में मंगलवार की रात 11 साल के एक लड़के की हत्या कर दी गई। चौथी क्लास में पढ़ने वाले पुरना बिस्वास का शव उसके घर के पास पश्चिम त्रिपुरा के मोहनपुर इलाके में मिली। इसके बाद पूरे इलाके में ये अफवाह फैल गई कि कोई बच्चा चोर गिरोह सक्रिय है जो हत्या कर शरीर से कोई अंग निकाल लेता है।
अधिकारियों ने कहा कि अफवाह के बाद लोगों ने इन तीनों व्यक्तियों के देख लिया। भीड़ उनके पीछे दौड़ने लगी। कपड़ा विक्रेता जब अपनी गाड़ी के चालक के साथ एक सुरक्षा शिविर में छिप गए तो भीड़ ने उन्हें बाहर खींच लिया तथा सुरक्षाकर्मी द्वारा उन्हें बचाने का प्रयास करने के बावजूद भीड़ ने उनपर हमला कर दिया। हमले में जहां तीन विक्रेता, उनका चालक और एक सुरक्षाकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अगरतला में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, वहीं उत्तर प्रदेश निवासी जहीर कुरेशी (30) की मौत हो गई।
जबकि गुलज़ार और खुर्शिद खान हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। ये तीनों उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि लड़के की किडनी निकाल ली गई थी। हालांकि पुलिस ने कहा कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ये पता चला है कि उस बच्चे के शरीर से कोई अंग नहीं निकाला गया था। इस ही इस तरह की अफवाहों से दूर रहने के लिए कहा है।