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#मुफ़लिस_का_सहारा_दिल_ही_तो_है…….मनस्वी अपर्णा की रचना पढ़िये!
मनस्वी अपर्णा ============== #मुफ़लिस_का_सहारा_दिल_ही_तो_है मुझे बचपन और अभाव कुछ अर्थों में एक जैसे लगते हैं….. कारण बताती हूं, दोनों में आशा और अहसास की कोमलता बची रहती है, एक कौमार्य होता है दोनों ही परिस्थितियों में…. जब हम बच्चे होते हैं तो हमारे पास बहुत सी आशाएं होती हैं जो बिलकुल अनछुई होती है भले […]
मधु कांकरिया संवेदना की कहानीकार हैं
जयचंद प्रजापति · ============= · मधु कांकरिया संवेदना की कहानीकार हैं …………. हिंदी साहित्य की प्रतिष्ठित लेखिका मधु कांकरिया का जन्म 23 मार्च 1957 में कोलकाता के एक मध्यवर्गीय राजस्थानी परिवार में हुआ था। मधु कांकरिया एक लेखिका हैं। उपन्यासकार हैं। कहानीकार हैं। यात्रावृत भी लिखती हैं। बहुचर्चित लेखिका हैं। आज इनका जन्मदिन है। बचपन […]
*क्या माता-पिता की आर्थिक स्थिति तय करेगी ससुराल में सम्मान*…BY-लक्ष्मी कुमावत
Laxmi Kumawat ========== * क्या माता-पिता की आर्थिक स्थिति तय करेगी ससुराल में सम्मान * आज की सुबह कुछ अलग थी। आज कोई मुझे परेशान नहीं कर रहा था और ना ही किसी को मुझसे कोई काम। क्योंकि अब मैंने आदर्श बहू का तमगा उतार कर फेंक दिया था और सच कहूं ऐसा लग रहा […]