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दुनिया में सबसे सस्ता खून मुसलमान का है फिर भी आतँकवादी कहती है दुनिया: मुफ़्ती ओसामा नदवी

नई दिल्ली: ऑल इंडिया मजलिस ऐ इत्तेहादुल मुस्लिमीन उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ नेता पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष प.उ.प मुफ़्ती उसामा नदवी ने अफगानिस्तान के कुंदुज में मदरसे पर हुए हवाई हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि मासूम हाफ़िज़ क़ुरआन बच्चे जिन्होंने अभी दुनिया को सही तरीके से देखा भी नही था को खूँखार आतंकवादियों और अपराधियों की तरह बमों से उड़ा दिया गया है,उनकी लाशों पर उनकी माएँ मातम मना रही हैं,लेकिन दुनिया को ये नज़र नही आरहा है,अब कोई इस पर टिपण्णी नही कर रहा है,कोई इनकी मौत मातम नही मना रहा है क्योंकि मरने वाले बच्चे मुसलमान हैं।

मुफ़्ती ओसामा ने कहा कि दुनिया के अधिकतर देशों में मुसलमानों पर जुल्म किया जारहा है,नाहक़ खून बहाया जारहा है,म्यांमार में लाखों मुसलमानों का क़त्लेआम हुआ,फिलिस्तीन में रोज़ाना कई कई बार नमाज़ जनाज़ा होती है,सीरिया में बच्चे बूढ़े जवानों पर बमों की बरसात की गई,शहर के शहर जो कभी बड़े खूबसूरत हुआ करते थे तबाह बर्बाद होगए हैं,उनको मुसलमानों का क़ब्रिस्तान बना दिया गया है,लेकिन किसी की आँखों के सामने ये ज़ुल्म नही आया किसी मानवतावादी या विधवाविलाप करने वालों को ये तबाही नज़र नही आई।

पूरी दुनिया में सबसे सस्ता खून आज के दौर में मुसलमानों का है क्योंकि जहां भी जिसको मौक़ा मिल रहा है बहा रहा,और ऊपर से फिर इलजाम मुसलमानों के सिर पर थोप रहा है कि मुसलमान आतँकवादी होते हैं,इस मुश्किल घड़ी में मुसलमानों को अपना ताल्लुक़ अल्लाह से मज़बूत करने की ज़रूरत है।

मुफ़्ती ओसामा नदवी ने कहा कि मुसलमान मौजूदा वक्त में गुस्से और उत्तेजित होकर कोई कदम न उठाये बल्कि सबर और समझदारी के साथ ज़िम्मेदाराना फैसले लें जिस पर उनकी अल्लाह की तरफ़ से गैबी मदद आयेगी।