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देह व्यापार है इन बदनाम गलियों की हक़ीक़त : योग से बेहतर सेक्स लाइफ़ कैसे पाएं?

देह व्यापार : ये है इन बदनाम गलियों की हक़ीकत

Anusha Mishra
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देश के लगभग हर राज्य के किसी न किसी इलाके में देह व्यापार का धंधा अपने पैर पसारे हुए है, जहां लाखों महिलाएँ दुनिया से कटकर बेबस ज़िंदगी जी रही हैं। ऐसी बहुत ही कम महिलाएं होती हैं जो अपनी मर्जी से देह व्यापार के धंधे में आती हैं। ज़्यादातर महिलाएं ऐसी ही होती हैं जिनके सामने या तो कोई मज़बूरी होती है या अनजाने ही इन्हें इन बदनाम बाज़ारों में बेच दिया जाता है। भारत में वेश्‍यावृत्ति का चलन आज का नहीं बल्कि सदियों से चला आ रहा है। प्राचीन भारत में ‘नगरवधू’ हुआ करती थीं। दूसरीं सदी में ईसापूर्व में लिखी गई संस्‍कृत की कहानी मृच्छकटिकम में वैशाली की नगरवधू इसी काम के लिये जानी जाती है।

दुनिया के तमाम दूसरे रिश्तों से दूर ये महिलाएं न किसी की मां होती हैं, न बहन, न बेटी और न पत्नी, इन्हें सिर्फ वेश्याओं के नाम से जाना जाता है। अपनी इज़्ज़त को दांव पर लगाकर समाज के जाने कितने रसूखदार लोगों का सम्मान बचाए रखने का काम करती हैं ये। लेकिन क्या आप जानते हैं कि तंग गलियों और स्टोररूम नुमा ऐसे कमरों में रहने वाली ये वेश्याएं, जहां सूरज भी अपनी किरणों को भेजने से गुरेज़ करता है का भारत में बहुत बुरा हाल है।

जानिए भारत में वेश्यावृत्ति की हक़ीकत…
ये हैं भारत के आंकड‍़े महिला और बाल विकास मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में 30 लाख से ज़्यादा महिलाएं देह व्यापार में लिप्त हैं। जिसमें लगभग 36 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जो 18 साल की उम्र के पहले ही इस व्यापार में शामिल हो गईं। जबिक ह्यूमन राइट्स वॉच की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में लगभग 2 करोड़ सेक्स वर्कर हैं, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस धंधे में शामिल हैं।

देश के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया
देश के पूर्वी भाग के सबसे बड़े महानगर सोनागाछी (कोलकाता) को एशिया का सबसे बड़ा रेडलाइट एरिया माना जाता है। यहां लगभग 3 लाख महिलाएं देह व्यापार से जुड़ी हैं। दूसरे नंबर पर मुंबई का कमाठीपुरा है जहां 2 लाख से अधिक सेक्स वर्कर हैं। फिर दिल्‍ली की जीबी रोड, आगरा का कश्‍मीरी मार्केट, ग्‍वालियर का रेशमपुरा, पुणे का बुधवर पेठ हैं। छोटे शहरों की बात करें तो वाराणसी का मडुआडिया, मुजफ्फरपुर का चतुर्भुज स्‍थान( आंध्र प्रदेश के पेड्डापुरम व गुडिवडा, सहारनपुर का नक्‍कासा बाजार इलाहाबाद का मीरागंज, नागपुर का गंगा जुमना और मेरठ का कबाड़ी बाज़ार भी इसी बात के लिए प्रसिद्ध है।

देह व्यापार से होती है करोड़ों की कमाई
आंकड़ों के मुताबिक, देश में रोजाना लगभग 2000 लाख रुपये का देह व्यापार होता है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के एक अध्ययन के मुताबिक भारत में 68 प्रतिशत लड़कियों को रोजगार के झांसे में फंसाकर वेश्यालयों तक पहुंचाया जाता है जबकि 17 प्रतिशत लड़कियों को शादी का वादा करके इस धंधे में ढकेल दिया जाता है। मुम्बई पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक बाहर से आकर यहां वेश्यावृत्ति में लिप्त युवतियों में उज्बेकिस्तान की युवतियां सबसे ज्यादा हैं।

क्या है वेश्यावृत्ति को रोकने का क़ानून
भारत में वेश्यावृत्ति या देहव्यापार अभी भी अनैतिक देहव्यापार कानून के तहत आते हैं। हालांकि देश में समय-समय पर इस बात को लेकर उच्चस्तरीय बहसें चलती रहीं हैं कि क्यों न वेश्यावृत्ति को कानूनन वैध बना दिया जाए। यानी यह कानून व्यर्थ रहा, यह स्वीकार करने के बाद उसकी व्यर्थता के कारणों को जांचने के बजाय इस पूरे धंधे से दंड व्यवस्था अपनी जिम्मेदारी ही समेट ले? राज्य व्यवस्था स्त्रियों के हिंसक उत्पीड़न, शोषण और खरीदे बेचे जाने की पाशविक परंपरा को अपनी मूक असहाय सहमति दे दे?

‘भारतीय दंडविधान’ 1860 से ‘वेश्यावृत्ति उन्मूलन विधेयक’ 1956 तक सभी कानून सामान्यतया वेश्यालयों के कार्यव्यापार को संयत एवं नियंत्रित रखने तक ही प्रभावी रहे हैं। इस कानून के अनुसार, वेश्याएं अपने व्यापार का निजी तौर पर यह काम कर सकती हैं लेकिन कानूनी तौर पर जनता में ग्राहकों की मांग नहीं कर सकती हैं। इस कानून का उद्देश्य भारत में यौन कार्यों के विभिन्न कारणों को रोकना और धीरे-धीरे वेश्यावृत्ति को खत्म करना है।

बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक भी भारत में वेश्यावृत्ति अवैध है। अगर कोई व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत करते पाया जाता है तो भी उसके खिलाफ सज़ा का प्रावधान है। अनैतिक आवागमन (रोकथाम) अधिनियम – आईटीपीए 1986 वेश्यावृत्ति को रोकने के लिए बनाया गया है। इस कानून के अनुसार, सेक्स वर्कर के लिए – जो महिला किसी व्यक्ति को शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाएगी उसको दंड दिया जाएगा। इसके अलावा कॉल गर्ल्स अपने फोन नंबर को सार्वजनिक रूप से पब्लिश नहीं कर सकतीं, ऐसा करने पर उनको 6 महीने के कारावास व जुर्माने का प्रावधान है। किसी सार्वजनिक स्थान के पास देह व्यापार करने पर सेक्स वर्कर को 3 महीने की सज़ा और जुर्माने का प्रावधान है।

ग्राहक के लिए – एक ग्राहक अगर किसी वेश्या के साथ सार्वजनिक स्थान के 200 गज के दायरे में संबंध बनाते पाया जाता है या उस पर यौन संबंधों में सलंग्न होने का आरोप लगता है तो उसे तीन महीने के कारावास के साथ जुर्माना देना होगा। अगर सेक्स वर्कर 18 साल से कम उम्र की है तो ग्राहक को कम उम्र के हैं तो ग्राहक को 7 से 10 साल की सज़ा का प्रावधान है। वेश्यालय चलाने पर – कोई व्यक्ति अगर वेश्यालय चलाता है या किसी से चलवाता है या वेश्यालय चलाने में मदद करता है तो उसे 3 साल का सश्रम कारावास व 2000 रुपये का जुर्माना होगा। यदि वह व्यक्ति दोबारा इस अपराध का दोषी पाया गया तो उसको कम से कम 2 साल व अधिक से अधिक 5 साल का कठोर कारावास व 2000 रुपये जुर्माना देना होगा।

स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या
वेश्याओं की स्वास्थ्य दशा को लेकर हमेशा से ही बहस होती रही है। भारत में एचआईवी संक्रमण के बढ़ने का कारण इन्हें ही माना जाता है। हालांकि पिछले दशक में एचआईवी संक्रमित वेश्याओं की संख्या में गिरावट आई है। एशिया के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया सोनागाची में इनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर एक रोकथाम कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत 5,000 वेश्याओं को जागरूक किया गया है।

दो लोगों की टीम यहां की वेश्याओं को उनको बीमारियों के बारे में, कंडोम के इस्तेमाल के सही तरीके और इसके फायदे के बारे में बता रही है। इस कार्यक्रम को 1992 में शुरू किया गया था तब सिर्फ 27 प्रतिशत वेश्याएं कंडोम का इस्तेमाल करती थीं लेकिन 2001 तक 86 प्रतिशत वेश्याएं कंडोम का इस्तेमाल करने लगीं। मुंबई व पुणे सहित देश के बाकी हिस्सों में चल रहे रेड लाइट एरिया में भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।

वेश्याओं को नहीं मिले हैं विशेष अधिकार
भारत में वेश्यावृत्ति को क़ानूनी मान्यता नहीं प्राप्त है इसलिए इन्हें किसी भी तरह के विशेष अधिकार भी नहीं दिए गए हैं। वेश्याओं के भी सिर्फ वही अधिकार हैं जो आम नागिरकों को मिलते हैं। हालांकि अगर यहां वेश्यावृत्ति को क़ानूनी मान्यता प्रदान कर दी गई तो वेश्याएं भी श्रमिक क़ानून के अंदर आ जाएंगी और उन्हें भी बाकी मज़दूरों को मिलने वाले विशेषाधिकार मिल जाएंगे। समय-समय पर यहां वेश्यालयों को क़ानूनी मान्यता देने की मांग उठती रहती है।

10 मार्च 2014 को ऑल इंडिया नेटवर्क ऑफ सेक्स वर्कर्स ने एक संगठन बनाकर देश के 16 राज्यों में एक कैंपेन चलाई थी, इस कैंपेन में 90 सेक्स वर्कर्स शामिल थीं। वह इस बात की ओर सरकार और देश का ध्यान आकर्षित करना चाहती थीं कि उन्हें समाज में सुरक्षा प्राप्त नहीं है। उनका कहना था कि समाज के बाकी लोग जिस तरह से कोई त्योहार या अवसर में शामिल होते हैं हमें उस तरह से भी शामिल नहीं किया जाता। हम बाकी दूसरों कामों की ही तरह देह व्यापार करते हैं इसलिए हमें भी दूसरे कर्मचारियों की तरह पेंशन मिलनी चाहिए और यौन कार्य को भी सार्वभौमिक पेंशन योजना के तहत लाया जाना चाहिए। हालांकि इनकी किसी भी मांग को अभी तक पूरा नहीं किया गया है।


Shani girapo
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जब ढलती उम्र का #गदराया_शबाब बाहों में होता है तो सबसे बड़ी #खुशी ये होती है कि उस #प्यासे_शबाब से #मदहोश होने में मज़ा आता है
खुली बड़ी #छाती जब मर्द के सीने से #चिपकती है पूरा ज़िस्म जोश में भर आता है
वैसे असली #चरमसुख तो ढलती उम्र की औरत ही दे सकती है और #मर्द का भी #फ़र्ज़ बनता है कि उस गदराये ज़िस्म को ऐसा #निचोडकर रस निकालें की उसकी #सिसकियों से कानों में रस घुलने लगे

जब तक गदराई उम्र की औरत की चीखें नही निकलती तब तक #चरमसुख अधूरा होता है
बस उस गदराये ज़िस्म को गरम करते रहिए वो अपने अनुभव और उम्र के #तज़ुर्बे से #मंज़िल तक सात देगी
जब वो गदराया ज़िस्म पराये मर्द की बाहों में आया तो उसे भी उस मर्द से बहुत उम्मीद होती है उसकी भी कुछ ख्वाहिशें होती है जो पति अधूरी छोड़ गया वो पराया मर्द पूरी करे🔥😘 ❤️.


योग से बेहतर सेक्स लाइफ़ कैसे पाएं?

 

योग और सेक्स एक बेहतर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ, उनके विकास के लिए काफी अहम भूमिका निभा सकता है। अधिकतर लोग भले ही, योग सेक्स के गुणों और उससे निजी जीवन में होने वाले बदलावों को नजरअंदाज कर दें, लेकिन हमें योग सेक्स के फायदों को जल्द से जल्द अपनाने की पहल करनी चाहिए।

हर तीन में से एक कपल को सेक्स से जुड़ी कोई न कोई समस्या होती है। लेकिन सेक्स या सेक्स लाइफ एक ऐसा विषय है, जिसके बार में हमारे देश में अभी भी लोग खुलकर बात करने से कतराते हैं। सेक्स या एक अच्छा शारीरिक संबंध व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट बनाए रखने में मदद कर सकता है। कई बार खराब लाइफ स्टाइल का असर सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकता है। जिसे बेहतर बनाने के लिए आप योग की मदद ले सकते हैं।
योग सेक्स, महिलाओं से लेकर पुरुषों में सेक्स से जुड़ी कई तरह की समस्याओं को दूर करने में काफी मदद कर सकता है तो, चलिए हम अपने आज के इस आर्टिकल में आपको योग सेक्स के फायदों और योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे बनाई जा सकती है, इसके बारे में आपको सारी जानकारी देने वाले हैं।

योग सेक्स से कैसे बनाएं साथी के साथ मजबूत रिश्ता
योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे पाई जा सकती है, इस बारे में महान भारतीय गुरु, महर्षि वात्सयायन (Maharishi Vatsyayana) ने ‘काम सूत्र‘ की रचना की थी। जिसमें ऐसे कई बातों का उल्लेख किया गया है, जो मानव जीवन में सेक्स की जरूरत को बेहतर तरीके से समझाने में हमारी मदद कर सकता है। कुछ अध्ययनों की माने, तो अधिकतर कपल अपने सेक्स लाइफ से अपने पूरे जीवनकाल में पूरी तरह से संतुष्टी नहीं प्राप्त कर पाते हैं। इसकी वजह से सेक्स के बारे में जानकारियों की कमी होना। लोगों की माने तो वे अपने साथी के साथ मुश्किल से ही चार या पांच सेक्स पुजिशन ही अपनाते हैं। जिससे वो कुछ समय बाद बोर भी हो जाते हैं। जिसके बाद उनकी सेक्स लाइफ बस शारीरिक जरूरत बनकर रह जाती है, लेकिन उन्हें शारीरिक संतुष्टी मुश्किल ही मिल पाती है। लेकिन, योग सेक्स की मदद से वो अपनी निजी संबंधों में आ रही खामियों को पूरा कर सकते हैं।


योग से बेहतर सेक्स लाइफ कैसे पाएं?
हम सभी जानते हैं कि योग की मदद से हम स्ट्रेस, बढ़ते वजन को कम करने के साथ-साथ पाचन क्रियाओं में भी सुधार ला सकते हैं। साथ ही, योग के कुछ प्रकार शरीर के अलग-अलग अंगों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित योग करने से शरीर में कोर्टिसोल का लेवल कम करके उसे नियंत्रित किया जा सकता है। कोर्टिसोल एक हार्मोन है जो शरीर में तनाव के स्तर के बढ़ने और घटने के लिए जिम्मेदार हो सकता है। वहीं, तनाव बढ़ने से शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं जो यौन इच्छा में कमी आने का भी एक सबसे बड़ा कारण बन सकत है। इसलिए यौन उत्तेजना बढ़ाने के लिए योग बेहतर विकल्प माना जाता है।

इन योग से बेहतर बनाए सेक्स

कामेच्छा बढ़ाने के लिए योगासन रोजाना अपने दिनचर्या में अपनाएं –

पद्मासन
नियमित तौर पर पद्मासन का अभ्यास करने से शरीर में स्ट्रेस लेवल को आसानी से कम किया जा सकता है और यौन शक्ति को बढाया जा सकता है, जिससे बेहतर सेक्स लाइफ पाना संभव हो सकता है। इस आसन से मांसमेशियां, पेट, मूत्राशय और घुटनों में खिंचाव उत्पन्न होता है, जो इन अंगों को मजबूत बनाने में मदद कर सकती है। पद्मासन की मुद्रा में हमारी शरीर एक तरह से ध्यान लागने की मुद्रा में होता है। जो हमारे मन में चल रहे कई तरह की भावनाओं और जिज्ञासों को शांत करके मन को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभा सकता है।

पद्मासन योग कैसे करें
पद्मासन करने के लिए फर्श पर योग मैट बिछाएं और उस पर सीधे बैठ जाएं।
अपने बैठने की मुद्रा में रीढ़ की हड्डी को एकदम सीधी रखें और टांगों को फैलाकर रखें।
अब धीरे से दाएं घुटने को मोड़कर बायीं जांघ के ऊपर पर रखें। ध्यान रखें कि आपके दाएं पैर की एड़ी पेट के निचले हिस्से को छूती रहे।
इसकी तरह दूसरा पैर भी दाएं पैर के जांघ के ऊपर रखें।
अब दोनों पैरों के क्रॉस होने के बाद अपने हाथों को आप आरामदायक मुद्रा में रख सकते हैं।
इस मुद्रा के दौरान सिर और रीढ़ की हड्डी को सीधा ही रखें।
मुद्रा में आने के बाद लंबी और गहरी सांसें लेते रहें।
फिर सिर को धीरे से नीचे की तरफ ले जाएं और ठोड़ी को गले से छूने की कोशिश करें।
इस मुद्रा में एक मिनट तक बैठने के बाद आपको यही प्रक्रिया पैरों की अवस्था में बदलाव लाते हुए यानी इसी आसन को दूसरे पैर को ऊपर रखकर अभ्यास करना होगा।
इस मुद्रा को आप 10 से 15 मिनट के लिए कर सकते हैं।

हलासन (Halasana Or Plow Pose)
हलासन को अंग्रेजी में प्लो पोज (Plow Pose) भी कहते हैं। इस योगासन का नाम हलासन इसलिए है, क्योंकि इस मुद्रा में शरीर हल की तरह दिखाई देता है। हल एक तरह का उपकरण होता है जिसका इस्तेमाल खेतों की जुताई करने के लिए किया जा सकता है। इस योग सेक्स से डीप पेनिट्रेशन मिलता है। इससे उन्हें पार्टनर को ज्यादा उत्तेजना मिल सकती है।

हलासन योग कैसे करें
फर्श पर योग मैट बिठाएं और उस पर पीठ के बल सीधा लेट जाएं।
अब अपने हाथों को शरीर से सटा लें और हथेलियों को जमीन की तरफ चिपका कर रखें।
फिर अपनी सांस अंदर की ओर खींचते हुए दोनों पैरों को ऊपर की तरफ उठाते हुए पैरों से टांगे कमर तक 90 डिग्री का कोण बनाएं।
ऐसा करने पर पेट की मांसपेशियों पर दबाव बनता है।
अब टांगों को ऊपर उठाते हुए अपने हाथों से कमर को सहारा दें। ताकि, कमर को ऊपर की तरफ ऊठा सकें।
अब सीधी टांगों को कमर से ऊपर की तरफ बढ़ाते हुए सिर की तरफ झुकाएं और पैरों को सिर के पीछे ले जाने का प्रयास करें।
इसके बाद आपको पैरों के अंगूठे से जमीन को छुएं।
हाथों को कमर से हटाकर जमीन पर सीधा रख लें और हथेलियों को पहले की तरह ही जमीन की तरफ रखें।
इस मुद्रा में आपको एक मिनट तक बने रहना है और सांसों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सांस छोड़ते हुए, टांगों को वापस जमीन की तरफ ले जाएं।
ध्यान रखें कि सांसों को धीरे-धीरे छोड़ें और उसी स्वर में आपने पैरों को भी जमीन की तरफ बढ़ाएं इस दौरान किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें।
यही प्रक्रिया आप 10 से 15 बार दोहरा सकते हैं।


मार्जरासन योग (Cat Pose) (Marjaryasana)
इसे मार्जरासन या मार्जरी आसन दोनों ही कह सकते हैं। यह एक संस्कृत भाषा का शब्द है, जो दो शब्दों से मिलकर बनता है। इसमें “मार्जरी” शब्द का अर्थ “बिल्ली” होता है और “आसन” का अर्थ “मुद्रा या स्थिति” होता है। इसे वजह से इसे अंग्रेजी में कैट पोज (Cat pose) भी कहा जाता है। क्योंकि, इस आसान को करते समय व्यक्ति का शरीर एक बिल्ली के समान दिखाई देता है। इस आसन को करने से रीढ़ और पीठ की मांसपेशियां लचीलाी बनती है। ये तनाव के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है और सेक्स की इच्छा बढ़ाने में भी मदद भी कर सकता है।

मार्जरासन योग कैसे करें
सबसे पहले मार्जरासन योग करने के लिए आपको फर्श पर एक योगा मैट बिछाना होगा।
फिर मैट पर अपने दोनों घुटनों को टेक कर बैठ जाएं।
अब आसन को करने के लिए आप वज्रासन की मुद्रा में भी बैठ सकते हैं।
मैट पर बैठने की मुद्रा में आने के बाद अब अपने दोनों हाथों को फर्श पर आगे की ओर रखें।
इसके बाद, अपने दोनों हाथों पर थोड़ा सा भार डालते हुए अपने हिप्स (कूल्हों) को ऊपर की तरफ उठाएं।
अब अपनी जांघों को ऊपर की ओर सीधा करते हुए पैर के घुटनों पर 90 डिग्री का कोण बनाएं।
जब आप इस मुद्रा में आ जाएंगे, तो आपका चेस्ट फर्श के समान्तर होगा और आपके शरीर की मुद्रा एक बिल्ली के समान दिखाई देगी।
इस मुद्रा में आने पर आपको एक लंबी सांस लेनी होगी और अपने सिर को पीछे की ओर झुकाना होगा, फिर अपनी नाभि को नीचे से ऊपर की तरफ ले जाना होगा और रीढ़ की हड्डी के निचले भाग को ऊपर उठाना होगा।
फिर अपनी सांस को बाहर छोड़ते हुए आपको अपने सिर को नीचे की ओर झुकाना होगा और मुंह की ठुड्डी को अपने सीन की तरफ लाना होगा।
अब फिर से अपने सिर को पीछे की ओर करें और इस प्रक्रिया 10 से 20 बार दोहराहएं।
ध्यान रखें कि इस मुद्रा को करते समय घुटनों के बीच की दूरी को कम या ज्यादा न करें और आपके हाथ भी झुकने नहीं चाहिए।


ब्रिज पोज या सेतुबंधासन
ब्रिज पोज या सेतुबंधासन मुद्रा महिलाओं के लिए बेहतर हो सकती है। यह पेल्विक फ्लोर को मजबूत बनाने में मदद करती है और मांसपेशियों को मजबूत करके सेक्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद कर सकती है।


ब्रिज पोज या सेतुबंधासन कैसे करें
सबसे पहले फर्श पर योग मैट बिछाएं और जमीन पर पीठ के बल लेट जाएं।
इसके बाद अपने घुटनों को मोड़ते हुए कमर के हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं।
इस दौरान पैरों और कूल्हों के बीच दूरी बनाएं।
श्रोणि (pelvis) जमीन से 10 से 12 इंच ऊपर होनी चाहिए।
इसके बाद पैरों के घुटने और एड़ियां एक सीधी रेखा में रखें।
फिर कूल्हों और घुटनों को ऊपर उठाए हुए पोजिशन में ही अपने दोनों हाथों से पैर के टखनों को पकड़ें।
अब श्वास लें और हल्के से अपने पीठ के निचले हिस्से को जमीन से ऊपर उठायें।
इसके बाद अपने सीने को ऊपर ऊठाएं और ठोड़ी के पास ले जाने की कोशिश करें।
इसके बाद धीरे-धीरे और सामान्यरूप से सांस लें।
इस मुद्रा में आपको 30 सेकेंड से 1 मिनट तक बने रहना है। फिर सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए आपको वापस से जमीन पर सीधा लेट जाना है और कुछ सेकंड बाद फिर से यह मुद्रा दोहरानी है। इसे आप 5 से 10 बार कर सकते हैं।


बालासन (Balasana) (Child’s Pose)

बालासन काफी आसान और फायदेमंद आसन है। इसका अभ्यास करने से आपके कूल्हे की मांसपेशियां लचीनी बन जाती हैं। इससे आपके शरीर को आराम मिलता है, जिससे आपका तनाव व चिंता का स्तर कम हो जाता है। तनाव व चिंता कम होने की वजह से आपका सेक्शुअल परफॉर्मेंस बेहतर हो जाता है। तो आइए जानते हैं कि इस योगासन को कैसे किया जाता है।

बालासन कैसे करें
सबसे पहले आप जमीन पर एक मैट बिछाकर जमीन पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
बैठते हुए ध्यान रखें कि आपके पंजे पूरी तरह से जमीन को छू रहे हों।
अब अपने घुटनों को कूल्हों की चौड़ाई के बराबर खोल लें।
इसके बाद अपनी सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकें।
अब अपने हाथों को कंधों के नीचे रखें और कूल्हों को एड़ियों की तरफ वापिस ले जाएं और शरीर को स्ट्रेच करें।
कोशिश करें कि आपका माथा मैट को छूने लगे।
इस पुजिशन में 30 सेकंड तक रहें और फिर सामान्य हो जाएं।


योग के माध्यम से न सिर्फ आप अपने सेक्स का समय बढ़ा सकते हैं, बल्कि सेक्स में घट रही रूचि को भी बढ़ा सकते हैं। एक अध्ययन में 40 महिलाओं को शामिल किया गया। जिन्हें 12 सप्ताह तक इसी तरह के योग मुद्राओं का अभ्यास करवाया गया। अध्ययन के बाद, शोधकर्ताओं ने अपने निष्कर्ष में पाया कि योग के कारण महिलाओं के सेक्स जीवन में काफी सुधार हुआ था। जिसे देखते हुए उनमे से कुछ महिलाओं ने आपने दैनिक जीवन में नियमित तौर पर सेक्स करने की भी इच्छा जताई।

अगर आप अपनी किसी भी सेक्स से जुड़ी समस्या के लिए योग सेक्स अपनाने के बारे में विचार कर रह हैं, तो एक बार अपने डॉक्टर या योग एक्सपर्ट की सलाह भी अवश्य लें। क्योंकि, योग सेक्स करने के लिए आपको इन मुद्राओं की सही जानकारी होनी बेहद जरूरी हो सकती है।
अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।

Sandhya raj
@Sandhya557
Good Night jiiiiiii 💋🫦 पूरा मजा दूंगी रात भर किन्ही को सोना है जी मेरे साथ सेक्स करने आयेगे जी 🍌🍌🍌🍌🍌🍆🍆🍆🍆🍌🍌🍌🍌❤️🍌🍌