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नाइजीरिया की क्रिस्टल चिबू एक अनोखा काम करती हैं, ताकि कुछ बच्चे चल सकें!

नाइजीरिया की क्रिस्टल चिबू एक अनोखा काम करती हैं, ताकि कुछ बच्चे चल सकें. वह बेकार हो चुके प्रॉस्थेटिक अंगों को रीसाइकल करती हैं.

नकली अंगों की रीसाइक्लिंग
क्रिस्टल चिबू के इस काम ने बहुत से बच्चों को फायदा पहुंचाया है. उनकी बनाई ईरीडे फाउंडेशन से ऐसे बच्चों को सस्ते में अंग मिल जाते हैं, जो महंगे अंगों का खर्च नहीं उठा सकते.

अपने दर्द से निकला जज्बा
चिबू की अपनी बेटी चल नहीं सकती थी. एक बीमारी के कारण बचपन में ही उसकी टांग काटनी पड़ी थी. उस दर्द से गुजरने के बाद चिबू और उनके पति ने यह काम करना शुरू किया.

दान किए अंगों के भरोसे
चिबू की संस्था को वे पुराने अंग मिलते हैं जो बेकार हो चुके हैं और अब उनके मालिकों के काम के नहीं रहे. वे उन अंगों के वे हिस्से निकलती हैं जो अब भी इस्तेमाल हो सकते हैं. इन हिस्सों से नए अंग बनाए जाते हैं.

सस्ते और पहुंच में
रीसाइकल कर बनाए गए ये अंग नए अंगों से सस्ते होते हैं. आमतौर पर एक प्रॉस्थेटिक अंग लगवाने का खर्च ढाई हजार से दस हजार अमेरिकी डॉलर यानी दो से आठ लाख रुपये के बीच हो सकता है.

करोड़ों लोगों की जरूरत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2018 के आंकड़ों में बताया गया था कि 2.9 करोड़ नाइजीरियाई लोग किसी ना किसी विकलांगता के साथ जी रहे हैं. अफ्रीका के कई देशों में नकली अंगों की सुविधाएं उपलब्ध ही नहीं हैं. ऐसे लोगों के लिए क्रिस्टल चिबू की संस्था जिंदगी बदलने वाली साबित हो रही है.