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पश्चिमी सिंहभूम के कराईकेला में डायन बिसाही के नाम पर एक महिला की हत्या

डायन बिसाही के संदेह में पश्चिमी सिंहभूम के कराईकेला थाना क्षेत्र में ग्रामीणों ने एक महिला की हत्या कर दी गयी. 12 दिन बाद पुलिस ने जंगल से महिला का शव बरामद किया है. महिला गत छह सितंबर को नकटी बाजार गयी थी. उसके बाद कुछ ग्रामीणों ने उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया था.

Jharkhand Crime News: पश्चिम सिंहभूम जिला के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कराईकेला थाना क्षेत्र की नकटी पंचायत स्थित लोसोदिकी वनग्राम में 40 वर्षीय महिला की डायन बिसाही के नाम पर कुछ ग्रामीणों ने हत्या कर दिया. घने जंगल के बीच से 12 दिन बाद रविवार को पुलिस ने शव बरामद किया है

छह सितंबर से गायब थी महिला

जानकारी के अनुसार, महिला गत छह सितंबर को नकटी बाजार आयी थी. नकटी से बाजार कर वापस अपने गांव लोसोदिकी वनग्राम जा रही थी. तभी जोंको गांव के बाद बीच रास्ते से कुछ लोग महिला को जोर जबरदस्ती अपने साथ लेकर चले गये. रात को जब महिला वापस नहीं आयी, तो उसके घर वालों ने उसकी काफी खोजबीन की, लेकिन उसका पता नहीं चला.

पुलिस ने रिश्तेदारों के यहां खोजबीन की दी थी सलाह

महिला का पता नहीं चलने पर सात सितंबर को महिला के पति नारायण बोदरा एवं ग्रामीणों ने कराईकेला थाना में महिला की लापता होने की सूचना दी गयी. साथ ही कहा था कि महिला को डायन-बिसाही के नाम पर कुछ लोग उसकी हत्या करना चाहते हैं. पुलिस उस समय उसके परिजनों को अपने सभी रिश्तेदारों के यहां खोजबीन करने की सलाह दी थी.

ग्रामीणों ने जंगल में देखा महिला का शव

इधर, ग्रामीण महिला की लगातार खोजबीन कर रहे थे. शनिवार को कुछ ग्रामीण लकड़ी काटने सावअड़ीताव जंगल में गए. वहां एक महिला का शव देखा. शव को देखते ही ग्रामीण डर से जंगल से भागकर ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. इसके बाद मुखिया मिथुन गागराई एवं ग्रामीण तथा लापता महिला के परिजन उस जगह गये. इसके बाद लापता महिला के परिजनों ने शव के कपड़ा से महिला की पहचान की गयी. इसके बाद ग्रामीणों ने मामले की जानकारी कराईकेला पुलिस को दिया.

पुलिस ने शव को कब्जे में लिया

घोर नक्सली क्षेत्र होने के कारण कराईकेला थाना प्रभारी दीपक क्रेयशन रविवार को पुलिस दल-बल के साथ जंगल पहुंचे. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है. मालूम हो कि डायन बिसाही के नाम पर अब तक कई महिलाओं की हत्या हो चुकी है. यह घोर जंगल एवं नक्सल क्षेत्र होने के कारण जानकारी के अभाव में लोग डायन के संदेह में हत्या कर देते हैं. पुलिस हर मामले की गहनता पूर्वक जांच कर रही है. वहीं, ग्रामीणों के मुताबिक और लोगों की भी हत्या पहले भी डायन के संदेह में हो चुकी है. जिसने भी हत्या की है अब तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया पाया है.