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पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री पर क़ातिलाना हमले के तीन दिन बाद भी FIR दर्ज नहीं, न्यायिक आयोग क्या करेगा?

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के चेयरमैन इमरान ख़ान ने लाहौर के शौकत ख़ानम अस्पताल से प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.

उन्होंने कहा, ”हमले के तीन दिन हो गए. पंजाब में गठबंधन की सरकार है और पीटीआई इसका हिस्सा है. लेकिन फिर भी हम अब तक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज नहीं करा पाए हैं.”

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस का कहना है कि वो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के ख़िलाफ़ तो एफआईआर दर्ज करने के लिए तैयार हैं, लेकिन सेना के अधिकारी जनरल फ़ैसल के ख़िलाफ़ नहीं कर रहे हैं.

इमरान ख़ान ने कहा कि उन्होंने सेना के एक अधिकारी पर आरोप लगाया है और यह कहा जाने लगा कि मैं पूरी सेना को कठघरे में खड़ा कर रहा हूं.

उन्होंने कहा, ”यह तो वही बात हो गई कि अगर आप किसी जज या पीटीआई के कार्यकर्ता के बारे में कहें कि वह भ्रष्ट है तो उससे पूरी न्यायपालिका या पार्टी भ्रष्ट हो गई.”

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पाकिस्तान की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के प्रमुख हैं और ऐसे में जब उनकी आवाज़ नहीं सुनी जा रही है तो वे लोग आम लोगों के साथ तो क्या ही करते होंगे.

“न्यायिक आयोग क्या करेगा?”

इमरान ख़ान ने कहा कि शहबाज़ शरीफ़ न्यायिक आयोग की बात करते हैं, मैं उसका स्वागत करता हूं. लेकिन इस पर मेरा सवाल है कि आयोग क्या करेगा? जिन लोगों पर हम आरोप लगा रहे हैं, ये एजेंसियां उनके नीचे ही आती हैं. इसमें निष्पक्ष जांच तब तक नहीं हो सकता जब तक वे इस्तीफ़ा नहीं देते.

इमरान ख़ान ने कहा, ”सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान में कोई ऐसा व्यक्ति है, जो क़ानून से ऊपर है. उन पर क़ानून लागू नहीं होता, क्या हमारा संविधान इसकी इजाज़त देता है.”

उन्होंने लॉन्ग मार्च के बारे में कहा कि उनका यह मार्च मंगलवार को वज़ीराबाद में फिर वहीं से शुरू होगा, जहां हमला हुआ था.

पूर्व प्रधानमंत्री पर वज़ीराबाद शहर में लॉन्ग मार्च के दौरान एक व्यक्ति ने गोली चला दी थी. पुलिस ने घटनास्थल से एक व्यक्ति को हिरासत में लिया था.