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पुलिस जानबूझकर दुष्कर्म, उत्पीड़न के आरोपी देवर व पति को बचाने में लगी है, देवर आईपीएल क्रिकेटर है!

आईपीएल क्रिकेटर पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली उसकी सिपाही भाभी ने शुक्रवार को शिवकुटी थाने में जमकर हंगामा किया। अपने ही थाने के विवेचक पर मुकदमे में खेल करने का आरोप लगाया। कहा कि पुलिस जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रही है और दुष्कर्म, उत्पीड़न के आरोपी देवर व पति को बचाने में लगी है।

हालांकि, शिवकुटी पुलिस ने आरोपों को निराधार बताया है। भुक्तभोगी महिला सिपाही मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली है और वर्तमान में शिवकुटी थाने में तैनात है। उसने बताया कि 2018 में उसकी शादी दीवान इमरान खान उर्फ अशोक से बौद्ध धर्म के रीति रिवाज के अनुसार वाराणसी में हुई थी।

वह दिल्ली का रहने वाला है और संभल में पुलिस विभाग में तैनात है। इमरान ने उससे शादी करने के लिए ही बौद्ध धर्म अपनाने की बात कही थी। आरोप है कि इमरान पहले से शादीशुदा था, लेकिन यह बात उसने और उसके घरवालों ने छिपाई। कुछ दिनों के बाद उसे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा।

प्रताड़ना से तंग आकर वह मायके चली गई। लेकिन 2019 में पति आया और मान मनौव्वल कर उसे अपने साथ ले गया। एक जुलाई 2019 को ससुराल में कार्यक्रम था और इसी दौरान देवर मोहसिन खान ने उससे दुष्कर्म किया। आरोप है कि यह बात बताने पर पति ने उल्टा उसे ही गालीगलौज कर मारापीटा और धमकाया।
पीड़िता का आरोप है कि ससुरालवाले उसके तीन साल के बेटे का खतना कराने की चर्चा करते थे। इस दौरान उसपर भी धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला गया। इन्कार करने पर पति ने बताया कि बौद्ध धर्म स्वीकार करने की बात सिर्फ फरेब थी। इसके बाद वह अपने बेटे को लेकर शिवकुटी में रहने लगी।

इस दौरान एक बार पति आया और उससे अप्राकृतिक दुष्कर्म किया। कई बार शिकायत करने के बावजूद अपने ही थाने में उसकी सुनवाई नहीं हुई, जिस पर उसने पुलिस अफसरों से गुहार लगाई तो फरवरी 2023 में पति, देवर और ससुरवालों के खिलाफ दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।

पीड़िता का आरोप है कि तीन महीने बाद भी पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और अब मौजूदा विवेचक चंद्रभानु यादव ने मुकदमे से दुष्कर्म की धाराएं ही हटा दी हैं। जबकि उसने कोर्ट के समक्ष भी खुद के साथ दुष्कर्म होने की बात बताई है। कार्रवाई न होने को लेकर ही शुक्रवार शाम पीड़िता ने शिवकुटी थाने में हंगामा किया।

पुलिसवालों पर आरोपियों से सांठगांठ करने का आरोप लगाया। उधर, शिवकुटी थाना प्रभारी मनीष कुमार त्रिपाठी का कहना है कि मुकदमे की विवेचना अभी चल रही है। महिला सिपाही जो भी आरोप लगा रही है, वह निराधार हैं।