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पेंटागन में मची खलबली : अमरीका के तोते उड़ गए : रिपोर्ट

अमरीका के रक्षा मंत्रालय ने इस देश के कुछ अति संवेदनशील दस्तावेज़ों के सार्वजनिक हो जाने पर गहरी चिंता जताई है।

अमरीकी रक्षामंत्री के सहायक क्रिस मेगर ने सोमवार को कहा कि देश के बहुत से गोपनीय दस्तावेज़ों का सार्वजनिक हो जाना देश की सुरक्षा के लिए बहुत ख़तरनाक है। उन्होंने बताया कि इनमें यूक्रेन युद्ध से संबन्धित भी कई दस्तावेज़ थे।

जाॅन फ्रांसिस केर्बी ने सोमवार को बताया था कि देश के राष्ट्रपति जो बाइडेन पिछले सप्ताह के अंत में पहली बार रक्षा मंत्रालय के टाई सीक्रेट डाक्यूमेंट्स के सोशल मीडिया पर लीक हो जाने से अवगत हुए थे।

उल्लेखनीय है कि अमरीकी रक्षामंत्रालय पेंटागन के कुछ अति संवेदनशील दस्तावेज़ मीडिया पर लीक हो गए हैं जिनमें बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारियां हैं। इस बात से अमरीका के रक्षामंत्रालय में खलबली मची हुई है। अब अमरीकी अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इसके पीछे क्या किसी व्यक्ति या फिर समूह का हाथ है। लीक हुए दस्तावेज़ों में यूक्रेन युद्ध से संबन्धित कुछ संवेदनशील जानकारियां भी थीं।

चीन पर फ़्रांसीसी राष्ट्रपति के बयान से अमरीका के तोते उड़ गए

फ़्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रां ने कहा है कि यूरोपीय देशों को अमरीकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करनी चाहिए और वाशिंगटन द्वारा ताइवान पर चीन-अमरीकी संघर्ष में घसीटे जाने के दबाव का विरोध करना चाहिए।

मैक्रां ने साफ़ कहा कि हम यूक्रेन और रूस की जंग के संकट का हल तो निकाल नहीं पा रहे हैं, इतनी दूर ताइवान के मुद्दे पर कैसे कह सकते हैं कि चीन ने कुछ ग़लत किया तो हम पहुंच जाएंगे।

चीन के तीन दिवसीय दौरे से वापसी पर विमान में पत्रकारों से बात करते हुए फ़्रांसीसी राष्ट्रपति का कहना था कि हमें यूरोप की समस्याओं को पहले देखना चाहिए, अमरीकी दृष्टिकोण से नहीं चला चाहिए।

हालांकि उन्होंने अपनी चीन की यात्रा के दौरान, बीजिंग से यह ज़रूर कहा कि उसे यूक्रेन संकट पर रूस के ख़िलाफ़ प्रतिक्रिया देनी चाहिए और शांति के लिए प्रयास करना चाहिए।

मैक्रां के चीन की यात्रा के बाद अमरीका के ख़िलाफ़ बयान देने से वाशिंगटन की चिंता ज़रूर बढ़ गई होगी। यह बात अमरीका को बिल्कुल अच्छी लगती है कि उसके परम्परागत पश्चिमी सहयोगी उसके दबाव का विरोध करें।

चीन से वापसी पर मैक्रां के सुर बदले नज़र आए और उन्होंने यूरोप की स्वतंत्र विदेश नीति पर ज़ोर दिया। वह यह भी चाहते हैं कि यूरोप तीसरी शक्ति बनकर उभरे, जिसका लीडर फ्रांस हो।

मैक्रां का कहना था कि यूरोपीय देशों को ताइवान मुद्दे पर चीन और अमरीका के बीच में नहीं आना चाहिए।

चीन ताइवान से सटे इलाक़े में सैन्य अभ्यास कर रहा है। बुधवार को ताइवानी राष्ट्रपति साई इंग वेन और अमरीकी हाउस ऑफ़ रिप्रजेंटेटिव केविन मैकेर्थी के बीच मुलाक़ात के बाद, शनिवार से सैन्य अभ्यास और तेज़ हो गया है।