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फ़िलिस्तीनी जियालों की छापामार कार्यवाहियों से पागल हो गई इस्राईली सेना : रिपोर्ट

फ़िलिस्तीनी मीडिया का कहना हे कि कुछ दिनों के भीतर फ़िलिस्तीनी जियालों ने वेस्ट बैंक और बैतुल मुक़द्दस के इलाक़े में अपने हमलों से साबित कर दिया कि इस्राईल की यह सोच बहुत बड़ी भूल और निरा कोरापन है कि उसने ग़ज़्ज़ा को किनारे करते हुए इन इलाक़ों को अपने लिए सुरक्षित बना लिया है।

फ़िलिस्तीन न्यूज़ नेटवर्क ने एक रिपोर्ट में क़ुद्स और वेस्ट बैंक में फ़िलिस्तीनी संघर्षकर्ताओं के हमलों का जायज़ा लेते हुए कहा कि हालिया दिनों वेस्ट बैंक में चेक पोस्टों और अन्य स्थानों पर इस्राईली सैनिकों पर फ़िलिस्तीनी जियालों के हमलों में बड़ी तेज़ी देखने में आई है। स्थिति यह हो गई है कि इस्राईली सैनिक फ़िलिस्तीनियों के हमलों की रेंज में नज़र आते हैं और बार बार निशाना बन रहे हैं और हताहत व घायल हो रहे हैं।

पिछले हफ़्ते बैतुल मुक़द्दस में शाफ़ात शिविर के क़रीब इस्राईली सेना की चेकपोस्ट पर फ़ायरिंग हो गई और दूसरी फ़ायरिंग नाबलुस के क़रीब शावी शिमरोन इलाक़े में हुई। यह दोनों हमले 48 घंटे से कम अंतराल के भीतर हुए और इनमें कई तरफ़ से इस्राईली सैनिकों को निशाना बनाया गया।

दोनों हमलों का तरीक़ा एक जैसा था। दोनों ही घटनाओं में फ़िलिस्तीनी जियालों ने इस्राईली सैनिकों के बिल्कुल क़रीब जाकर हमला किया और फिर भाग निकलने में भी सफल रहे।

एक हफ़्ते के भीतर फ़िलिस्तीनी जियालों ने 106 जगहों पर हमले किए और 162 जगहों पर झड़पें हुईं। इन घटनाओं में 2 इस्राईली सैनिक मारे गए और 32 घायल हो गए।

रिपोर्ट में बताया गया है कि इन हमलों की वजह से इस्राईली समाज के भीतर इस्राईली सेना का भरोसा कम हो रहा है और लोगों को लगने लगा है कि यह सेना फ़िलिस्तीनी जियालों के हमलों के सामने नाकारा होती जा रही है।