उत्तर प्रदेश राज्य

बाराबंकी : दबंग पूर्व ब्लॉक प्रमुख और उसके प्रधान भाई ने चौकी इंचार्ज को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा!

बाराबंकी जिले में देवा कोतवाली क्षेत्र में अचानक कार से टकराए युवक को सलाह देना चौकी इंचार्ज पर भारी पड़ गया। दबंग पूर्व ब्लॉक प्रमुख, उसके ग्राम प्रधान भाई ने अपने परिजनों व समर्थकों के साथ मिलकर चौकी इंचार्ज को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर पीटा। राहगीरों से सूचना पाने के बाद पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और घेराबंदी कर पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत सात लोगों को दबोच लिया। सभी पर हत्या का प्रयास, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने व एससी/एसटी का मुकदमा दर्ज किया गया है।

देवा कोतवाली के सिपहिया गांव के प्रधान जलील अहमद व उनके पुत्र फैसल के बीच शादी को लेकर कहासुनी हो रही थी। पिता की फटकार पर फैसल देवा-चिनहट मार्ग की ओर भागा। युवक अचानक उधर से गुजर रहे देवा कोतवाली की माती चौकी इंचार्ज शशिकांत सिंह की कार के सामने आ गया। चौकी इंचार्ज ने तेजी से ब्रेक मारते हुए युवक से नाराजगी जताई। इस तरह से न करने की सलाद दी तो फैसल अभद्रता करने लगा। चौकी इंचार्ज व उसके बीच हाथापाई होने लगी।

इसी दौरान मौके पर फैसल के पिता ग्राम प्रधान जलील अहमद, चाचा पूर्व ब्लॉक प्रमुख जमील अहमद, जलील अहमद के पुत्र अनस, आजम व समर्थक आलम व सतीश पहुंव गए। इन लोगों ने चौंकी इंचार्ज को पकड़कर पीटना शुरु कर दिया। काफी देर तक यह लोग चौकी इंचार्ज को सड़क पर दौड़ा दौड़ा कर फिल्मी स्टाइल में पीटते रहे।

किसी राहगीर ने इसकी सूचना देवा पुलिस को दी तो कोतवाल पंकज कुमार सिंह समेत कोतवाली की पूरा पुलिस बल सिपहिया पहुंच गया। पुलिस को आता देख सभी हमलावर भाग गए। लेकिन पुलिस ने आरोपियों के घरों की घेराबंदी कर ली। कुछ लोग खेतों की ओर भागे तो पुलिस ने उन्हे पकड़ लिया। पूर्व प्रमुख व प्रधान गांव से दबोच लिए गए। पुलिस ने इस मामले में चौकी इंचार्ज की तहरीर पर सभी के खिलाफ हत्या का प्रयास, बल्वा, मारपीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने च एससी/एसटी का केस दर्ज किया है। एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि सात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।

कोतवाली में हंगामा, भाजपा नेता को लॉकअप में डाला
बाराबंकी जिले में रामनगर कोतवाली में पुलिसकर्मियों से कहासुनी के बाद भाजपा के मंडल अध्यक्ष को लॉकअप में बंद कर दिया गया। इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा काटा। मौके पर पहुंचे एएसपी व पार्टी के नेताओं ने जैसे तैसे मामला शांत कराया। रामनगर मंडल के एक वरिष्ठ नेता के गांव रविवार सुबह रामनगर कोतवाली का एक सिपाही गुंडा एक्ट की नोटिस तामील कराने गया था। इसे लेकर भाजपा नेता रामनगर कोतवाली जा धमके। यहां नोटिस को लेकर उनकी पुलिसकर्मियों से कहासुनी शुरु हो गई।

मामला हाथापाई तक पहुंच गया तो पुलिसकर्मियों ने भाजपा नेता को थोड़़ी देर के लिए लॉकअप पहुंचा दिया। फोन की घंटिया बजी तो स्थानीय से लेकर जिला स्तर तक के नेता हरकत में आ गए। कुछ नेता बचाव में थाने पहुंचे। उन्हे तुरंत लॉकप से निकाल कोतवाल के कक्ष में बैठा दिया गया। गुस्सा शांत हुआ तो दोनों पक्षों को अपनी अपनी गलती का अहसास हुआ। खाकी व खादी वह भी सत्तावाली। अपनी लाज बचाने के लिए दोनों पक्ष ने एक डाक बंगले में बैठक की। नेताओं व अधिकारियों ने मामले को रफा-दफा करा दिया। इस मामले में एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि भाजपा नेता ने कोई आरोप नहीं लगाया गया है। उधर भाजपा मंडल अध्यक्ष कमलेश शुक्ला ने बताया कि किसी के साथ कोई अभद्रता नहीं हुई है।