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बैतुल मुक़द्दस के यहूदीकरण के लिए इस्राईल हुआ सक्रिय, राष्ट्रसंघ ने इस्राईल द्वारा कालोनी निर्माण को पूरी तरह से अवैध बताया : रिपोर्ट

राष्ट्रसंघ ने इस्राईल द्वारा कालोनी निर्माण के काम को पूरी तरह से अवैध बताया है।

कूटनीति और उपनिवेशवाद के अंत के बारे में संयुक्त राष्ट्रसंघ की विशेष समिति ने इस्राईल द्वारा किये जा रहे कालोनी निर्माण के काम को ग़ैर क़ानूनी घोषित कर दिया है।

राष्ट्रसंघ की इस समिति ने फ़िलिस्तीनियों के लिए सहायता को जारी रखने और कालोनी निर्माण के अवैध होने की सर्वसम्मति से पुष्ट कर दी है। इस हिसाब से संयुक्त राष्ट्रसंघ का यह फैसला, हेग के अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा इस शासन के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।

इसी बीच बैतुल मुक़द्दस के मामलों के विशेषज्ञ फ़ख़ूरी अबू दय्याब ने बताया है कि अवैध ज़ायोनी शासन आगामी कुछ दिनों के भीतर प्राचीन बैतुल मुक़द्दस में कालोनी निर्माण की 38 योजनाएं लागू करने जा रहा है। उन्होंने बताया कि बैतुल मुक़द्दस के यहूदीकरण के लिए अवैध ज़ायोनी शासन यहां के बहुत से क्षेत्रों से फ़िलिस्तीनियों को बाहर निकालना चाहता है। उनके स्थान पर वह यहूदी पलायनकर्ताओं को लाकर बसाने के प्रयास में है।

दूसरी ओर इस्राईल ने यूक्रेन की कड़ी निंदा की है। कीव में मौजूद ज़ायोनी शासन के राजदूत ने यूक्रेन की इसलिए निंदा की है क्योंकि उसने फ़िलिस्तीन के उस प्रस्ताव का समर्थन किया है जिसमें हेग के अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय से इस्राईल के अवैध अधिकग्रहण की क़ानूनी प्रक्रिया की जांच की मांग की गई थी।

संयुक्त राष्ट्रसंघ की चौथी समिति ने, जो राजनीतिक मुद्दों और अतिग्रहण की समाप्ति से विशेष है, शुक्रवार की रात में बैठक के दौरान इस बारे में जांच की मांग की। इसके हित में 98 वोट पड़े जबकि 52 मत इसके विरोध में डाले गए। 17 ने नकारात्मक वोटिंग की। अमरीका, इटली, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, कनाडा, आस्ट्रिया और चेक गणराज्य वे देश थे जिन्होंने इस प्रस्ताव के बारे में नकारात्मक मतदान किया।

यूक्रेन द्वारा इस मतदान में सकारात्मक मतदान करने के कारण ज़ायोनी शासन ने कीव की आलोचना की है।यूक्रेन में मौजूद ज़ायोनी शासन के राजदूत ने इस संदर्भ में ट्वीट किया है कि यूक्रेन का यह काम बहंत अधिक निराश करने वाला है। ज़ायोनी राजदूत के अनुसार संयुक्त राष्ट्रसंघ में इस्राईल के विरूद्ध शत्रुतापूर्ण कार्यवाही का समर्थन, तले अवीव और कीव के बीच परस्पर विश्वास बहाली में मदद नहीं करेगा।