ब्रिटेन के डाक्टरों का कहना है कि देश के अस्पतालों की स्थति यूक्रेन से भी ख़राब है।
ब्रिटेन के एक सम्मानित डाक्टर पाॅल रैनसम कहते हैं कि हमारे अस्पतालों की हालत यूक्रेन और श्रीलंका से भी ख़राब हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मैंने यूक्रेन, जार्जिया, ़जिम्बाबवे और श्रीलंका में बीमारों को अस्पतालों के गलियारों में पड़े हुए देखा है।
इस समय ब्रिटेन की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल और एंबुलेंस की हड़ताल के कारण ब्रिटेन में मरीज़ अस्पतालों के फर्श और गलियारों में पड़े हुए हैं। इलाज के अभाव में वहां पर हर सप्ताह लगभग 500 लोग मर रहे हैं।
ब्रिटेन में मेडिकल सेवा की स्थति का अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि वहां पर अगर कोई किसी डाक्टर को दिखाना चाहता है तो उसको समय बहुत देर से मिल रहा है। कहीं-कहीं पर तो इसमें महीनों का समय लग रहा है।
ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थति उस समय और अधिक ख़राब हो गई जब वेतन बढ़ाने और काम-काज की स्थति में सुधार की मांग को लेकर वहां पर नर्से और एंबुलेंस स्टाफ़ हड़ताल पर चले गए। कुछ लोगों का कहना है कि इस समय ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं की जो ख़राब स्थति है वह योरोप में किसी भी देश में फिलहाल नहीं है।
बताया जाता है कि ब्रिटेन में अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से किया जाता है। सरकारों द्वारा अस्पतालों के फंड घटाने और कर्मचारियों की छटनी के बाद ब्रिटेन में हालत ख़राब हुई है।
Freddie
@FreddieBailey96
Britain has 164k hospital beds.
Germany has 650k hospital beds.
Delays at UK hospitals are putting hundreds of lives a week at risk.
Concerns are now mounting for Britain's healthcare as it buckles under what many call its worst ever crisis pic.twitter.com/jSPKRAQTli
— TRT World (@trtworld) January 10, 2023