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भरतपुर नगर निगम के गले की फास बना जनता आंदोलन : वीडियो

भरतपुर में जनता आंदोलन संघर्ष समिति की ओर से पूर्वघोषित प्रोग्राम के तहत गंगा मंदिर पर वरिष्ठ नेता पंडित रामकिशन की अध्यक्षता में सफाई मजदूरों के साथ-साथ शहर में हो रहे खुले भ्रष्टाचार एवं लूट को रोकने के लिये एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें व्यापार संघ के अध्यक्ष संजीव गुप्ता ने कहा कि कम्पनी एवं जिला प्रशासन मजदूरों का शोषण कर रहा है एवं शहर में भी शहर की सरकार जनता को कोई सुविधा नहीं दे रही है, जिससे शहर की जनता परेशान है और आन्दोलन पर उतारू है। मीटिंग को संबोधित करते हुए भाजपा नेता गिरधारी तिवारी ने कहा कि मजदूरों को उनका हक मिलना चाहिये, ये उनकी बाजिव मांगें हैं एवं नगर निगम का खुला भ्रष्टाचार है। जिसे रोकने के लिये हमारा पूरा समर्थन है एवं भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष पुष्कर सिंह एवं शहर अध्यक्ष रामवीर ने कहा कि भीम आर्मी का आन्दोलन को पूरा समर्थन है और इस तानाशाही के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। साथ ही पूर्व पार्षद इन्द्रजीत भारद्धाज ने कहा कि नगर निगम में सफाई के नाम पर भारी घोटाला है और शहर को भी दो भागों में बांटकर मेयर एवं स्थानीय जन प्रतिनिधि मजदूरों का शोषण कर रहे हैं और शहर को भी सड़ा रहे हैं। यह खुला भ्रष्टाचार है जिसके लिये आन्दोलन को पूरा समर्थन है। रोडवेज के प्रांतीय महासचिव हरिचंद दुबे ने कहा कि मजदूरों का संघर्ष जायज है जिसमें सभी एकजुट होकर इनका समर्थन करना चाहिये और हमारा पूरा आंदोलन को समर्थन है। साथ ही अर्न्तराष्ट्रीय कॉमेन्टर राकेश खत्री ने कहा कि आंदोलन के साथ-साथ हमें कानून के पहलुओं को भी देखना होगा और कानून से भी लड़ाई लड़नी होगी जिसमें हम पूरा सहयोग करेंगे एवं आन्दोलन को हमारा पूरा समर्थन है। जनता आन्दोलन के सचिव श्याम गोयल ने कहा कि शहर की जनता अब शोषण बर्दाश्त नहीं करेगी और अपने हक के लिये संघर्ष करेगी। मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए पंडित रामकिशन ने कहा कि मैं जिला प्रशासन एवं मंत्रियों से कल वार्ता करके वास्तविक स्थिति से अवगत कराउंगा एवं मजदूरों की बाजिव मांगों को मनमाने का पूरा प्रयास करेंगे। अगर जिला प्रशासन बाजिव मांगों को नहीं मानका है तो आन्दोलन को मेरा समर्थन रहेगा।

अन्त में जनता आन्दोलन के संयोजक राघवेन्द्र सिंह ने कहा कि 12 दिन से मजदूर संड़क पर पडे हुए है और इनके बाल बच्चों को खाने के लाले पड़ रहे हैं। जिला प्रशासन और सरकार के मंत्री मजदूरों के आन्दोलन को कुचलना चाहते हैं एवं गुंडा बता रहे हैं एवं मजदूरों को कोई सुनने के लिये तैयार नहीं है क्योंकि सफाई के नाम पर नगर निगम मंे भारी भ्रष्टाचार हुआ है जिसमें जिला प्रशासन और मंत्री मिले हुए हैं। अन्यथा मजदूरों को डराने धमकाने की बजाय कम्पनी एवं नगर निगम के भ्रष्ट प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही करते । अतः वार्ता के साथ आन्दोलन जारी रहेगा जिसके तहत 02 अक्टूबर गांधी जयंती पर सभी सफाई मजदूर गांधी पार्क में अनशन एवं धरना देंगे। जिसकी समस्त जिम्मेदारी गहलोत सरकार की होगी। क्योंकि गहलोत सरकार को जनता आन्दोलन नोटिस दे चुका है। उसके बाद भी सरकार ने कोई कार्यवाही नहीं की। बैठक में सभी सफाई मजदूरों के साथ शहर के
जिम्मेदार एवं आम नागरिक शामिल रहे।