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भारत-पाकिस्तान जज़्बाती लगाव के संदर्भ में एक साथ कई सकारात्मक घटनाएं

भारत और पाकिस्तान वैसे तो एक दूसरे से अपनी पारम्परिक दुश्मनी और तनाव के लिए जाने जाते हैं मगर यह भी सच्चाई है कि दोनों देश एक दूसरे से बड़ी समानताएं रखते हैं।

जहां भारतीय मीडिया में यह ख़बरे हैं कि अरब सागर में गवादर के क़रीब डूबने वाले भारतीय जहाज़ के कर्मी दल को पाकिस्तानी नौसेना ने बचाया और 10 में से 9 लोगों की जान बच गई वहीं दूसरी ओर हिंदी मीडिया में आने वाले ख़बर के अनुसार एक भारतीय महिला की पोस्ट सोशल मीडिया पर ज़ोरदार तरीक़े से वायरल हो रही है जिसने अपनी पाकिस्तानी मित्र के साथ एक तस्वीर साझा करते हुए अपने विचार लिखे हैं। भारतीय महिला ने अपनी पाकिस्तानी क्लासमेट के बारे में लिखा है।

ये दोनों सहेलियां अमेरिका के हार्वर्ड बिज़नेस स्कूल में पढ़ती हैं, पोस्ट में दोनों अपने देशों का झंडा थामे दिखती हैं। पोस्ट में भारतीय छात्रा स्नेहा बिस्वास लिखती हैं कि एक पाकिस्तानी छात्रा के साथ उनकी दोस्ती ने पड़ोसी देश के बारे में उनके ज़हन की रुढ़ियों को तोड़ा है, जिस पर वो आज तक भरोसा करती रही थीं। स्नेहा बिस्वास एक उद्यमी भी हैं, उन्होंने अपने लिंक्डइन प्रोफ़ाइल पर अपनी पाकिस्तानी सहपाठी के साथ अपनी दोस्ती के बारे में बातें साझा की हैं।

अपने लिंक्डइन पोस्ट में स्नेहा ने लिखा है कि मैं एक छोटे शहर में पैदा हुई, वहीं परवरिश हुई, पाकिस्तान को लेकर मेरी जानकारी बहुत संक्षिप्त थी और वहां के लोगों के बारे में भी बहुत कम ही पता था, जो कुछ भी थोड़ा-बहुत पता था वो किताबों और मीडिया के माध्यम से ही पता था, जो अक्सर नफ़रती और दुश्मनी के नैरेटिव के साथ ही पेश की जाती है।

स्नेहा आगे लिखती हैं कि उनकी दोस्त इस्लामाबाद की रहने वाली हैं। वह बताती हैं कि वो मेरा हार्वर्ड का पहला दिन था और उसी दिन से उससे मेरी बेहद क़रीबी दोस्ती हो गई। वह आगे लिखती हैं कि हमें एक-दूसरे को पसंद करने में पांच सेकंड से भी कम समय लगा और सेमेस्टर के अंत तक उस कैंपस में वो मेरी सबसे क़रीबी दोस्तों में से एक हो गई।छ

स्नेहा ने अपने लिंक्डइन प्रोफ़ाइल पर जो तस्वीर शेयर की है वो हार्वर्ड में मशहूर फ़्लैग डे की है, जिसमें दो पड़ोसी देशों की दो सहेलियां अपने-अपने देश के झंडे लहराते हुए पोज़ दे रही हैं।

लिंक्डइन पर शेयर की गई इस पोस्ट को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. बहुत से लोगों ने इसी तरह के अपने अनुभव भी शेयर किए हैं। मानस रथ ने लिखा है कि यह एक बहुत ज़रूरी अहसास और अनुभव है, जब मैं लगभग 30 साल पहले केंब्रिज में अंडरग्रेजुएट था, तो उस समय भी भारतीय छात्र और पाकिस्तानी छात्र एक-दूसरे से मिला करते थे, एक-दूसरे के साथ बाहर जाया करते थे और साथ में पार्टी किया करते थे।

ब्रेश्ना रानी ने लिंक्डइन पर स्नेहा के पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा है कि यह एक बेहद ख़ूबसूरत पोस्ट है।

धवल पटेल नाम की एक प्रोफ़ाइल से लिखा गया है कि उनके यू-ट्यूब चैनल के कई सब्सक्राइबर्स पाकिस्तान से हैं, जो उनके यू-ट्यूब चैनल पर आकर डाटा साइंस, मशीन-लर्निंग और कोडिंग सीखते हैं। इसी माध्यम से मैंने कुछ रीमोट-पाकिस्तानी दोस्त भी बनाए हैं और पाकिस्तान को लेकर मेसी सोच में काफी बदलाव आया है और मैं उन्हें लेकर सकारात्मक हूं।

राजनैतिक क्षेत्र की बात की जाए तो अटकलते हैं कि आने वाले दिनों में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की मुलाक़ात हो सकती है। अगले महीने उज़्बकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन की शिखर बैठक के अवसर पर यह मुलाक़ात संभव बताई जाती है।