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भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण बारे में बड़ा फैसला-16 महीने के बाद मिलेगी रिहाई

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने एक बड़ा राजनीतिक फैसला लेते हुए दलित नेता और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण को रिहा करने का फैसला लिया है। चंद्रशेखर रावण पर योगी सरकार ने 2017 में सहारनपुर में हुए जातीय हिंसा में रासुका लगाया था। इसके बाद चंद्रशेखर रावण जेल में बंद हैं।

चंद्रशेखर रावण को रिहा करने की मांग को लेकर उनकी मांग राज्य सरकार से कई बार गुहार लगा चुकी है। इसके बाद राज्य सरकार ने ये फैसला लिय़ा है। चंद्रशेखर रावण को पहले 1 नवबंर तक जेल में रहना था, लेकिन उसे अब पहले रिहा किया जाएगा।

चंद्रेशखर रावण पिछले 16 महीने से जेल में बंद हैं। सरकार के फैसले की जानकारी देते हुए प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने कहा कि चंद्रशेखर रावण को रिहा करने का आदेश सहारनपुर के जिलाधिकारी को भेज दिया गया है।

रावण की रिहाई को योगी सरकार द्वारा दलित वोटों को साधने की कवायद के रुप में देखा जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस मामले में सोनू, सुधीर और विलास को पहले ही रिहा किया चुका है। अब सरकार ने रावण के अलावा दो अन्य आरोपियों सोनू और शिवकुमार को भी रिहा करने का फैसला किया है।