मध्य प्रदेश राज्य

भोपाल : विवाद सुलझाने पहुंची डायल-100 के पुलिसकर्मियों की टीम को महिलाओं ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा!

राजधानी के परवलिया थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात विवाद हो गया। विवाद सुलझाने पहुंची डायल-100 के पुलिसकर्मियों पर सपेरा बस्ती की महिलाओं ने हमला कर दिया और दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल के पहुंचने से पहले ही मारपीट करने वाले लोग घर छोड़कर भाग निकले।

पुलिस ने बंधक बनाकर मारपीट करने, शासकीय कार्य में बाधा व जान से मारने की धमकी सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। दरअसल, आरोपी महिलाओं ने पुरुषों के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों को बंधक बनाकर पीटा। हालांकि, पुलिस अधिकारी कमरे में बंद कर पीटने की घटना से इनकार कर रहे हैं। दोनों प्रधान आरक्षकों का हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है। बस्ती में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

भोपाल ग्रामीण की एसपी किरणलता केरकेट्टा के अनुसार बीती रात डायल 100 को सूचना मिली थी कि सपेरा टोला बस्ती में दो पक्षों में विवाद हो रहा है। सूचना के बाद थाने से प्रधान आरक्षक विनय दांगी और प्रधान आरक्षक फूलसिंह मीणा डायल-100 के पायलट राजवीर मीणा के साथ पहुंचे। बस्ती में चार पहिया वाहन जाने की जगह नहीं है। घटनास्थल से पचास मीटर की दूरी पर राजवीर मीणा एफआरवी के पास खड़ा था। विनय दांगी और फूलसिंह मीणा बस्ती में गए। वे बस्ती में पहुंचे और पूछताछ कर रहे थे कि विक्रम, राहुल और बसंती बाई , विनीता ने रॉड और डंडे से पुलिसकमियों पर हमला कर दिया। एकाएक हमला होने से विनय और फूलसिंह जान बचाने दौड़े। दोनों को आरोपियों ने बस्ती की गली में दोनों तरफ से घेरकर जमकर पीटा।

कच्ची शराब का होता है कारोबार
सपेरा टोल बस्ती में कच्ची शराब बनाकर बेची जाती है। पुलिस शराब पकड़ने नहीं पहुंची थी, बल्कि विवाद की सूचना पर पहुंची थी। आरोपियों को लगा कि पुलिस शराब पकड़ने पहुंची है और उन्होंने हमला कर दिया। प्रधान आरक्षक विनय और फूलसिंह को डंडे और रॉड से हमला होने पर पर हाथ-पैर और सिर में गंभीर चोट हैं। एसपी केरकेट्टा ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें बनाई गई हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।