मध्य प्रदेश राज्य

मध्यप्रदेश : जबरन हिजाब पहनाने का स्कूल पर आरोप जांच में बेबुनियाद पाया गया, मुख्यमंत्री ने कहा-अब उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी!

भारत के मध्यम प्रदेश राज्य में शानदार प्रदर्शन करने वाले एक स्कूल पर हिंदू लड़कियों को जबरन हिजाब पहनाने और धर्मांतरण करवाने का आरोप लगाया गया और आरोप बेबुनियाद साबित होने पर मुख्यमंत्री सहित बड़े पदाधिकारी ज़ोर डाल रहे हैं कि मामले की उच्च स्तरीय जांच हो।

राज्य के दमोह नाम के शहर में गंगा यमुना नाम के स्कूल का यह मामला है। हायर सेकेंड्री स्कूल में लगभग 1200 छात्र और छात्राएं पढ़ते हैं।

पिछले दिनों दसवीं की बोर्ड परीक्षा का रिज़ल्ट आया तो स्कूल ने अच्छे नंबर लाने वाले छात्र-छात्राओं की तस्वीरों वाले पोस्टर लगाए। इसी पोस्टर को लेकर विवाद फैल गया कि इसमें कुछ हिंदू लड़कियां हिजाब पहने दिखाई गई हैं।

सांप्रदायिकता के मुद्दों को बढ़ चढ़ कर उठाने वाले मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा इस मामले में सक्रिय हैं और उनका कहना है कि स्कूल प्रशासन के ख़िलाफ़ कई धाराएं लगाई गईं हैं। भाजपा नेताओं ने यह हंगामा भी शुरू कर दिया कि स्कूल में हिंदू छात्राओं को कलमा पढ़ाया जा रहा है।

स्कूल का रजिस्ट्रेशन निलंबित कर दिया गया है।

मगर मामले की जांच के बाद स्थानीय कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने ट्वीट किया कि गंगा यमुना स्कूल को पोस्टर के बारे में कुछ लोगों की तरफ़ से फैलाई जाने वाली मालूमात को स्टेशन इंचार्ज कोतवाली डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन आफ़ीसर ने तथ्यों के विपरीत पाया है और इस बारे में इंक्वायरी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है।

सुप्रिंटेंडेंट आफ़ पुलिस राकेश सिंह ने भी लिखा कि जांच में आरोप साबित नहीं हुए।

आरोप बेबुनियाद साबित होने बाद हिंदूवादी संगठन तैश में आ गए और डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन आफ़ीसर एसके मिश्रा पर सियाही फेंक दी।

मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार के शिक्षा मंत्री इंद्र सिंह परमार ने जांच में स्कूल को क्लीन चिट मिलने पर नाराज़गी जताई और कहा कि स्कूल प्रशासन को क्लीन चिट देने के बजाए आरोपों की सही तरीक़े से जांच की जानी चाहिए थी।

मामले में मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कूद पड़े और उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस डीजी से बात की। उन्होंने कहा कि मामले की उच्च स्तरीय जांच करने के आदेश दिए गए हैं।

कुछ विशलेषक कहते हैं कि राज्य में चुनाव होने वाले हैं इसलिए इन हालात में भाजपा को सांप्रदायिक मुद्दों की शिद्दत से तलाश है।