देश

मस्जिद से सील हटाने का आदेश देकर पुलिस ने इलाके को अपने कब्जे में लिया-धारा 144 लागू-जानिए पूरा मामला

नई दिल्ली: सालों से नमाज़ पढ़ते हुए आरहे गरुग्राम की शीतला कॉलोनी के मुसलमानों की तीन मंजिला मस्जिद पर कुछ शरारती तत्वों की शिकायत पर नगर निगम ने मस्जिद को सील कर दिया था,जिसके बाद से मुसलमानों में आक्रोश फैला गया था,और देश के कोने कोने में इसके खिलाफ आवाज़ उठाई जारही थी।

बढ़ते विवाद को देखते हुए मंडलायुक्त डॉक्टर सुरेश कुमार ने मस्जिद पर लगी नगर निगम की सील को हटाने आदेश दिया है,वहीं साथ साथ भारी पुलिस बल तैनात करते हुए वहां पर प्रदर्शन कर रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों को हटाकर इमारत के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है।

इसके अलावा डीसी विनय प्रताप ने जिलाभर में धारा 144 लगाते हुए माहौल बिगाड़ने वालों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि माहौल खराब करने वालों से बड़ी सख्ती से निपटा जाएगा।

मंडलायुक्त ने यह आदेश उपायुक्त विनय प्रताप सिंह से पूरे मामले को समझने और दोनों संगठनों के प्रतिनिधियों से बात करने के बाद दिए हैं। मुस्लिम संगठनों ने मंडलायुक्त के इस फैसले का स्वागत किया है।

इधर, मामले की जानकारी हिन्दू संगठनों को मिलने के बाद एक बार फिर नए सिरे से गहमा-गहमी शुरू हो गई है। हालांकि, अभी तक हिन्दू संगठनों की ओर से कोई भी सामने नहीं आया है।

इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब नौ बजे बेरी वाला बाग में धरने पर बैठे हिन्दू संगठन के लोगों को बलपूर्वक भगा दिया था। वहीं आत्मदाह की चेतावनी के साथ अनशन कर रहे यति नरसिम्हा नंद सरस्वती समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

इसी प्रकार दोपहर में एसडीएम संजीव सिंगला की मौजूदगी में पुलिस ने मस्जिद के सामने धरने पर बैठे मुस्लिम संगठन के लोगों को भी भगा दिया और उनके टेंट-तंबू जब्त कर लिए थे।

यति नरसिम्हानंद सरस्वती की गिरफ्तारी और मस्जिद के विरोध में शुक्रवार दोपहर माता मंदिर में जुटे हिन्दू संगठन के लोग आपस में ही लड़ पड़े। इन लोगों के बीच विवाद मीडिया में बाइट देने को लेकर हुआ। हालांकि, थोड़ी देर बार संगठन के ही दूसरे लोगों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो गया।

मंडलायुक्त के आदेश से शाम चार बजे तक मस्जिद की सील खुलनी है। चूंकि, जुमे की नमाज इससे पहले होनी है, इसलिए एक तरफ मुस्लिम संगठन के लोग मस्जिद के पास जुटने लगे हैं।

वहीं, दूसरी तरफ हिन्दू क्रांति दल के सदस्यों ने भी विरोध करने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। पुलिस की इंटेलिजेंस के सूत्रों के मुताबिक, इस संगठन के लोगों ने किसी कीमत पर सील नहीं खुलने देने का निर्णय लिया है।

इसके लिए इनकी गोपनीय बैठक चल रही है। हालात को देखते हुए सहायक पुलिस आयुक्त संदीप मलिक और जय सिंह के नेतृत्व में मौके पर तीन थानों की पुलिस के अलावा भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

पुलिस ने मस्जिद वाली गली पर सुबह से ही कब्जा जमा रखा है। इस गली में जो लोग पहले चले गए, उन्हें छोड़ किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है, भले ही वह उस गली में रहने वाले ही क्यों न हों।

इसके लिए गली के नुक्कड़ पर ही एक इंस्पेक्टर के नेतृत्व में आठ पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। इसी प्रकार सौ मीटर लंबी गली के अंदर 150 से अधिक पुलिस कर्मी तीन जगह बैरिकेड लगाकर मोर्चा संभाले हुए हैं।