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महमूद मदनी से नरेंद्र मोदी से कहा “ख़्वाजा मुइनुद्दीन अजमेरी ही असली बादशाह”

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में इस्लामिक विरासत पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉर्डन के प्रिंस शाह अब्दुल्ला सानी इब्नुल हुसैन की मौजूदगी में जमीयत उलमा हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि जो दिलों को जीतता है वही असली बादशाह होता है और संत ख्वाजा मोईनुद्दीन अजमेरी ने दिलों को जीता है। और वही असली बादशाह है.

मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि हम भारतीयों के लिए आपसी प्यार और सहिष्णुता और भी अधिक महत्वपूर्ण है. क्योंकि हमारे देश में हर धर्म, हर रंग व नस्ल, हर जाति, हर प्रकार की सभ्यता व संस्कृति के फूल खिलते हैं और एक क़ौम, एक राष्ट्र के रूप में जो चीज हमें एकजुट करती है और एक राष्ट्र बनाती है वह न तो धर्म है, न रंग व नस्ल है, न जाति और सभ्यता है और न ही बोली है. बल्कि हम आपसी सदभाव व प्यार के बंधन से बंधी हुई एक क़ौम हैं.

उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह क़़ौमी एकता किसी अक्समात घटना के चलते अस्तित्व में आ गयी हो, बल्कि सदियों से यह देश की मिट्टी में रची बसी है. उन्होंने कहा कि हमारे देश की पवित्र हस्तियों श्रीराम चंद्र जी, महात्मा गौतम बुद्ध, महावीर जैन और उन कि इंसनियत से प्रेम की शिक्षाएं भारतीयों की रग-रग में समाई हुई हैं. उन के बाद हज़ारों सूफी संतों ने हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पैग़ाम मुहब्बत से और इस्लाम में उसकी भूमिका से इस देश के वासियों को अवगत कराया और परवान चढ़ाया. इसलिए हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी, हजरत बाबा फरीद, हजरत निज़ामुद्दीन औलिया, ख़्वाजा अमीर खुसरो, तुलसीदास और कबीर दास जैसे सूफियों और संतों ने जो प्रेम के गीत गाए वे हमारे इस्लामी और क़ौमी विरासत की पहचान हैं.

मौलाना महमूद ने कहा कि लोगों का दिल जितने के लिए मुसलमान के पास दो हथियार हैं. एक उसका ईमान और दूसरा इस्लाम. इस्लाम से सलामती का अर्थ निकलता है. .पैगम्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने एक मुसलमान की व्याख्या करते हुए कहा कि ‘‘सच्चा मोमिन वह है जिसके हाथों से सभी मनुष्यों की जानें और माल सुरक्षित रहें’’. आप सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने एक दूसरी जगह फरमाया ‘‘मुसलमान वह है जिससे किसी व्यक्ति को खतरा पैदा न हो.’’

इस मौके पर हिज रॉयल हाइनेस प्रिंस ग़ाज़ी बिन मोहम्मद की पुस्तक “आ थिंकिंग पर्सनस गाइड टू इस्लाम” के उर्दू एडिशन का विमोचन भी किया गया