सेहत

मेरी सबसे अच्छी दोस्त मेरे पति के साथ….चाहती है : लिंग तनाव समस्या से परेशान हैं तो पढ़ें!

कहते हैं कि प्यार में उम्र की कोई सीमा नहीं होती है और अब तो सोसाइटी में यह कुछ हद तक नॉर्मल भी हो चुका है। हालांकि जब बात डेटिंग की आती है, तो इसमें भी कई अलग तरह की चीजें देखने को मिलती हैं। अगर बात पुरुषों की करें, तो वे कम उम्र की लड़कियों के साथ ज्यादा टाइम बिताना पसंद करते हैं। ऐसा देखा गया है कि उम्र बढ़ने के साथ आदमी उन महिलाओं को डेट करना पसंद करते हैं जो उनसे उम्र में छोटी होती हैं। ये उन्हें अपने पुराने दिनों की याद दिलाता है। उम्र बढ़ने के बाद मर्दों में यंग गर्ल्स को डेट करने में दिलचस्पी ज्यादा बढ़ जाती हैं क्योंकि उनके साथ वे अपनी लाइफ मुश्किलों को भूल जाते हैं। अपने आपको अच्छा फील हो, इसलिए वे किसी ऐसी महिला को डेट करना शुरू कर देते हैं, जो उन्हें जिंदगी का एक नया नजरिया दिखा सके। हम आपको कुछ ऐसी ही वजह बताने जा रहे हैं, जिस वजह से पुरुषों का रुझान का कम उम्र की महिलाओं की तरफ रहता है

उम्र बढ़ने के साथ पुरुष कम उम्र की महिलाओं के साथ इसलिए रहना पसंद करते हैं क्योंकि वह उन्हें लाइफ को लेकर एक नया नजरिया दिखाती हैं, जिसमें वह फ्रेशनेस फील करते हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि इस तरह की महिलाओं के साथ पुरुष स्ट्रेसफ्री महसूस करते हैं। पुरुषों की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, उन्हें हर दिन एक नई परेशानियों से डील करना पड़ता है, ऐसे में किसी ऐसे को डेट करना जो टेंशन फ्री हो, उन्हें सुकून दे सकता है।

​लड़ाई से मिल जाता है छुटकारा

मर्दों को कम उम्र की लड़कियां करती हैं ज्यादा आकर्षित, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान

पुरुषों को अपने से कम उम्र की महिलाओं में क्यों इंट्रेस्ट होता है, इसके कारण जानकर आपके होश उड़ सकते हैं। मर्दों का छोटी उम्र की लड़कियों की तरफ अलग ही आकर्षण होता है, जिसके कई कारण हैं।

कहते हैं कि प्यार में उम्र की कोई सीमा नहीं होती है और अब तो सोसाइटी में यह कुछ हद तक नॉर्मल भी हो चुका है। हालांकि जब बात डेटिंग की आती है, तो इसमें भी कई अलग तरह की चीजें देखने को मिलती हैं। अगर बात पुरुषों की करें, तो वे कम उम्र की लड़कियों के साथ ज्यादा टाइम बिताना पसंद करते हैं। ऐसा देखा गया है कि उम्र बढ़ने के साथ आदमी उन महिलाओं को डेट करना पसंद करते हैं जो उनसे उम्र में छोटी होती हैं। ये उन्हें अपने पुराने दिनों की याद दिलाता है। उम्र बढ़ने के बाद मर्दों में यंग गर्ल्स को डेट करने में दिलचस्पी ज्यादा बढ़ जाती हैं क्योंकि उनके साथ वे अपनी लाइफ मुश्किलों को भूल जाते हैं। अपने आपको अच्छा फील हो, इसलिए वे किसी ऐसी महिला को डेट करना शुरू कर देते हैं, जो उन्हें जिंदगी का एक नया नजरिया दिखा सके। हम आपको कुछ ऐसी ही वजह बताने जा रहे हैं, जिस वजह से पुरुषों का रुझान का कम उम्र की महिलाओं की तरफ रहता है। (फोटोज साभार – इंडिया टाइम्स)

​टेंशन रहती है दूर

उम्र बढ़ने के साथ पुरुष कम उम्र की महिलाओं के साथ इसलिए रहना पसंद करते हैं क्योंकि वह उन्हें लाइफ को लेकर एक नया नजरिया दिखाती हैं, जिसमें वह फ्रेशनेस फील करते हैं। ऐसा कहा जा सकता है कि इस तरह की महिलाओं के साथ पुरुष स्ट्रेसफ्री महसूस करते हैं। पुरुषों की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, उन्हें हर दिन एक नई परेशानियों से डील करना पड़ता है, ऐसे में किसी ऐसे को डेट करना जो टेंशन फ्री हो, उन्हें सुकून दे सकता है।

​लड़ाई से मिल जाता है छुटकारा

पुरुषों को लगता है कि यंग गर्ल्स को डेट करने से वे लड़ाई-झगड़े से बच सकते हैं। उम्र बढ़ने के साथ लोग ज्यादा स्ट्रेटफॉरवर्ड होने लगते हैं। ऐसे में उम्रदराज पुरुष अपने से कम उम्र की महिलाओं को डेट करने पर ज्यादा टोका टाकी से बच जाते हैं। उनकी लाइफ में चिक-चिक जैसी चीज कम ही रहती है और मिडिल अडल्टहुड वाले पुरुषों को यही सबसे ज्यादा अट्रैक्ट करता है।

​पुराने दिन हो जाते हैं ताजा
हर एक व्यक्ति खुद को जवां महसूस करना चाहता है। भले ही आपकी उम्र का बढ़ना लाजिमी है, लेकिन फिर भी आप उन चीजों पर ज्यादा ध्यान देते हैं जो आपको यंग फील कराती हैं। यही कारण है कि मर्दों को छोटी उम्र की लड़कियां ज्यादा पसंद आती हैं, क्योंकि वे अपनी लाइफ का पूरा मजा उस वक्त में ले रही होती हैं। पुरुषों को भी उनकी युवावस्था की मिठास का स्वाद लेने का एक मौका मिल जाता है।

​रोमांस का बढ़ जाता है चांस

मर्दों को लगता है कि उनसे कम उम्र की लड़कियां ज्यादा रोमांटिक होती हैं और ऐसे में वे इंटीमेसी के दौरान बहुत अच्छा एहसास कराती हैं। पुरुषों का यह सोचना कि यंग महिलाएं सेक्सुअल लाइफ को बहुत अच्छे से इंजॉए करती हैं, उन्हें उनकी तरफ आकर्षित करने में मजबूर कर देता है। उनकी जिंदगी में कम उम्र की महिलाएं एक तरह का एक्साइटमेंट लेकर आती हैं, जिसे पुरुष पूरी तरह से इंजॉए करते हैं।

मेरी सबसे अच्छी दोस्त मेरे पति के साथ रिश्ता बनाना चाहती है

सवाल: मैं एक विवाहित महिला हूं। मेरी शादी को ज्यादा समय नहीं हुआ है। मेरी शादीशुदा जिंदगी में तो सब कुछ सही चल रहा है। लेकिन मेरी समस्या यह है कि मेरी बेस्ट फ्रेंड मेरे पति के प्रति आकर्षित हो गई है। दरअसल, मैं और मेरी दोस्त पिछले 20 साल से साथ हैं। हम दोनों एक-दूसरे के बारे में छोटी से छोटी बात जानते हैं। यही एक वजह भी है कि उसकी हरकतों को देखकर मैं स्पष्ट रूप से बता सकती हूं कि उसके मन में मेरे पति को लेकर क्या कुछ चल रहा है? अब वह चाहे इस बात को मुझसे छिपाने की कितनी भी कोशिश क्यों न कर ले।

सकी हरकतों को देखकर मुझे पूरा भरोसा है कि उसका दिल मेरे पति पर आ गया है। मैं ऐसा इसलिए भी कह रही हूं क्योंकि मेरे पति जब भी उसके आसपास होते हैं, तो उसका रवैया एकदम से बदल जाता है। वह न केवल अजीब बर्ताव करने लगती है बल्कि उनकी अटेंशन पाने की कोशिश भी करती है। इस एक वजह से मैं उसे अपने पति के साथ एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोड़ सकती हूं।

हालांकि, मुझे अपने पति पर पूरा भरोसा है कि वह मुझे धोखा नहीं देंगे लेकिन मैं अपनी दोस्त के इस व्यवहार से काफी परेशान हो गई हूं। सच कहूं तो मैं अपनी बेस्टी को खोना नहीं चाहती हूं। लेकिन मैं यह भी बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं कि वह मेरे पति के करीब आने की कोशिश करे। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मुझे क्या करना चाहिए?

एक्सपर्ट का जवाब

गेटवे ऑफ हीलिंग की संस्थापक और निदेशक डॉ चांदनी तुगनैत कहती हैं कि मैं समझ सकती हूं कि अपनी दोस्त का ऐसा व्यवहार देख आप कितना ज्यादा परेशान हो रही होंगी। लेकिन फिर भी मैं यह कहूंगी कि इस स्थिति पर विचार करने के लिए कुछ चीजें हैं। अगर आपको अपने पति पर पूरा भरोसा है, तो आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। लेकिन अगर आपको लगता है कि आपकी दोस्त आपके साथी को अपने प्रति आकर्षित कर लेंगी, तो इसके लिए आपको पूरी तरह से तैयार रहना होगा।

सबसे पहले आपको अपने पति से बात करनी होगी। आपको उन्हें बताना होगा कि अपनी दोस्त के बदलते रवैये की वजह से आप कैसा महसूस कर रही हैं। यदि आप इस बात से परेशान हैं कि आपके पति की इस पर क्या प्रतिक्रिया होगी, तो उनके साथ तर्कसंगत तरीके से बात करने का कोशिश करें। उन्हें बताएं कि इन दिनों आप अपनी दोस्त को लेकर परेशान हैं।

जैसा कि आपने बताया अपनी दोस्त की हरकतों को देखकर आपको पूरा भरोसा है कि उनका दिल आपके पति पर आ गया है। ऐसे में मैं सबसे पहले आपसे पूछना चाहती हूं क्या आपने उनसे उनकी भावनाओं के बारे में बात करने की कोशिश की है? क्या आप अपने पति के लिए उनकी भावनाओं का आकलन करने में सही हैं?

हो सकता है कि आपकी दोस्त आप दोनों के साथ कुछ ज्यादा ही सहज हों। इसलिए आपके पति की उपस्थिति में भी वह अधिक सुरक्षित महसूस करती हों। इस स्थिति से निपटने का केवल एक ही विकल्प है कि आप अपनी सबसे अच्छे दोस्त से बात करें। आप उन्हें बताएं कि आप कैसा महसूस कर रही हैं।

उन्हें सब बता दें

जैसा कि आपने कहा कि आप अपनी दोस्त के साथ अपनी 20 साल पुरानी दोस्ती को खराब नहीं करना चाहती हैं। ऐसे में मैं यही कहूंगी कि साफ और सही शब्दों में अपनी फ्रेंड से बात करें। उन्हें बताएं कि आप जानती हैं कि वह आपके पति के लिए क्या महसूस कर रही है। यही नहीं, इस दौरान उनसे इस बारे में भी बात करें कि वह क्या चाहती हैं। उन्हें खुद को समझाने का मौका दें और ध्यान से उनकी बात सुनने के लिए तैयार रहें।

यदि वह क्षमाप्रार्थी हैं, आपके पति के साथ आगे कुछ भी नहीं करने के लिए सहमत है, तो उन्हें माफ करके आगे बढ़ना ही आप दोनों के लिए सबसे अच्छा होगा। हालांकि, अगर वह इस दौरान भी आपसे झूठ बोलती हैं, तो आपको कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है। आप चाहें तो उनके साथ अपनी दोस्ती खत्म करने पर भी विचार कर सकती हैं।

अंतरंग पलों में पुरुष अधिक कामुक होता है या महिला

सेक्स पर खुलकर बात नहीं होती इसलिए लोगों के मन में कई सवाल उलझे रहते हैं। यदि पति-पत्नी एक दूसरे के साथ अपनी इच्छा और उलझनें शेयर करते हैं, तो कई समस्याओं का समाधान निकल आता है। यदि आप अपने दिल की बात किसी से नहीं कह सकते, तो हमारे एक्सपर्ट सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले से अपने सवाल पूछ सकते हैं। आपकी सेक्स समयाओं का समाधान हो जाएगा।

मेरे मन में अक्सर ये सवाल आता है कि क्या मैं अपनी पत्नी की संतुष्ट कर पाता हूं? मैं जानना चाहता हूं कि स्त्री-पुरुष की कामुकता में क्या अंतर होता है? क्या महिलाओं में भी पुरुषों जैसी कामुकता होती है?

स्त्री-पुरुष की कामुकता में बहुत अंतर होता है। पुरुष की कामुकता मुख्य रूप से शरीर से जुड़ी होती है, जबकि महिलाओं के लिए भावनात्मक जुड़ाव ज्यादा जरूरी होता है। ज्यादातर पुरुष, महिला के शरीर की ओर यौन रूप से आकर्षित हो जाते हैं। इसके लिए उन्हें प्यार या भावनात्मक जुड़ाव की जरूरत नहीं होती। यही कारण है कि कई पुरुष वेश्याओं के पास जाते हैं और विज्ञापनों, फिल्मों, पोस्टर्स, पत्रिकाओं आदि में प्रदर्शित महिला की शारीरिक रचना को देखने में दिलचस्पी रखते हैं।

लेकिन महिला के साथ ऐसा नहीं होता, वह जब तक किसी पुरुष से मन से नहीं जुड़ती, उससे शारीरिक संबंध नहीं बना पाती। महिला किसी पुरुष की तरफ तब आकर्षित होती है जब वह उससे प्यार करती है या उससे भावनात्मक रूप से जुड़ती है। कोई हैंडसम पुरुष महिला का ध्यान आकर्षित कर सकता है, लेकिन सिर्फ शरीर देखकर वह उससे सेक्स संबंध नहीं बनाना सकती। इसीलिए कहा जाता है कि ‘पुरुष सेक्स करने के लिए प्यार देता है और महिला प्यार पाने के लिए सेक्स देती है’।

जल्दी ही मेरी शादी होने वाली है। मेरी फ्रेंड्स का कहना है कि सेक्स में संतुष्टि तब ही मिलती है जब पेनिस का साइज बड़ा हो। क्या ये सच है?

कई पुरुषों में अपने पेनिस के साइज को लेकर कॉम्प्लेक्स रहता है। वे यह सोचकर प्रेशर महसूस करते हैं कि क्या वे अपने पार्टनर को संतुष्ट कर पाएंगे? पेनिस के साइज को उनकी मर्दानगी से जोड़कर देखा जाता है, जो बिल्कुल गलत है। यही वजह है कि सेक्स कॉलम में पुरुषों द्वारा ज्यादातर यही सवाल पूछा जाता है कि मैं अपने पेनिस का साइज कैसे बड़ा करूं। पेनिस के साइज को बड़ा करने की कोई दवा, डाइट या एक्सरसाइज नहीं है।

सच ये है कि पेनिस के साइज का सेक्स संतुष्टि से कोई लेना देना नहीं होता। महिला की संतुष्टि लिंग के आकार पर निर्भर नहीं करती। महिला की योनि का केवल बाहरी 1/3 भाग (लगभग 2 इंच) यौन उत्तेजनाओं के प्रति संवेदनशील होता है, इसलिए इरेक्ट पेनिस की लंबाई यदि दो इंच भी है, तो ये महिला को संतुष्ट करने के लिए पर्याप्त है। पुरुषों में भी सिर्फ पेनिस का अगला भाग (ग्लांस पेनिस) यौन उत्तेजनाओं के प्रति संवेदनशील होता है यानी पुरुषों का सेक्स प्लेजर भी पेनिस की पूरी लंबाई पर नहीं, बल्कि ग्लांस पेनिस की संवेदनशीलता पर निर्भर होता है।

महिला के लिए लिंग के साइज से ज्यादा ये जरूरी होता है कि पुरुष उसे कितना प्यार करता है, उससे भावनात्मक रूप से कितना जुड़ा है। महिलाओं के लिए फोरप्ले और आफ्टरप्ले बहुत मायने रखता है, इसलिए पुरुषों को सेक्स में इसका ध्यान रखना चाहिए।

डॉ. राजन भोसले, एमडी

प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज

महिलाओं को बार-बार वेजाइनल इंफेक्शन क्यों होता है

जब सेक्स लाइफ उलझने लगती है तो रिश्तों में ठहराव आने लगता है और कई बार रिश्तों में इतनी दूरियां ला देता है कि लौटकर आना मुश्किल हो जाता है। सेक्स लाइफ हेल्दी रहे इसलिए इस पर बात होनी जरूरी है। सेक्स जीवन से जुड़े कुछ ऐसे ही अनसुलझे सवालों के समाधान बता रहे हैं सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले।

मेरे पति कुछ समय से सेक्स में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। पूछने पर बात को टाल जाते हैं। इसे मैं क्या समझूं?

समय की कमी, तनाव, मोटापा, हाई डायबिटीज जैसी समस्याएं सेक्स इच्छा में कमी का कारण हो सकती हैं इसलिए सबसे पहले पति की लाइफस्टाइल पर ध्यान दें। यदि कोई वजह नजर आती है तो पहले उसका समाधान ढूंढें। कई बार हम अपने काम में इतने उलझ जाते हैं कि हमें सेक्स की इच्छा ही नहीं होती। यदि आपके पति भी ज्यादा बिजी हो गए हैं, तो उन्हें समझने की कोशिश करें और वीकेंड पर सेक्स प्लान करें। यदि इनमें से कोई परेशानी नहीं है, तो इस बार का भी पता लगाएं कि पति अपनी सेक्स इच्छा कहीं और तो पूरी नहीं कर रहे। कई बार ऐसा भी होता है कि एक पार्टनर रिश्ता निभा रहा होता है और दूसरे का एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चल रहा होता है। मन में कोई भी शक पैदा करने से पहले ये जरूरी है कि आप पार्टनर से खुलकर बात करें और उनकी इच्छा जानने की कोशिश करें। यदि पार्टनर की कोई परेशानी है, तो पहले उसे सुलझाने की कोशिश करें।

मुझे बार-बार वेजाइनल इंफेक्शन हो जाता है, इससे बचने के लिए मैं क्या करूं?

वेजाइनल इंफेक्शन के कई कारण हो सकते हैं। आमतौर पर सफाई का ध्यान न रखने के कारण महिलाओं को वेजाइनल इंफेक्शन हो जाता है इसलिए वेजाइनल एरिया की सफाई का खास ध्यान रखें, कॉटन के अंडर गारमेंट्स पहनें और पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल न करें। कई महिलाओं को पति के कारण इंफेक्शन हो जाता है। आप अपना ट्रीटमेंट करा भी लें, लेकिन पति को इंफेक्शन है, तो आपको फिर उनकी वजह से इंफेक्शन हो जाएगा, इसलिए पहले दोनों की जांच और ट्रीटमेंट जरूरी है। वेजाइनल इंफेक्शन डायबिटीज बढ़ने का संकेत भी हो सकता है इसलिए डॉक्टर की सलाह पर आप अपना शुगर लेवल भी चेक करा लें।

डॉ. राजन भोसले, एमडी

प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज

महिलाओं में जी-स्पॉट कहां पर होता है

सेक्स को लेकर मन में उठने वाले सवालों के जवाब यदि सही जानकार से न पूछे जाएं, मन की गुत्थियां उलझी रह जाती हैं और इसका असर फिर दांपत्य जीवन पर पड़ने लगता है। पाठकों की जिज्ञासाओं को सुलझाने के लिए सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. राजन भोसले बता रहे हैं सेक्स समस्याओं के समाधान।

मुझे ये पता नहीं चलता कि ऑर्गेज्म कैसे मिलता है, मैं जानना चाहती हूं कि महिलाओं में ऑर्गेज्म के संकेत क्या होते हैं?

पुरुषों की तरह महिलाओं में ऑर्गेज्म का कोई संकेत नहीं होता। ऑर्गेज्म मिलने पर पुरुष स्खलित हो जाते हैं, लकिन महिलाओं के शरीर में ऐसा कुछ नहीं होता। महिलाओं को मिलने वाली संतुष्टि ही उनके लिए ऑर्गेज्म होती है। कई महिलाएं पुरुषों के स्खलन से अपनी तुलना करती हैं और उन्हें ये लगता है कि उन्हें ऑर्गेज्म नहीं मिला, लेकिन ऐसा नहीं हैं, बल्कि कई महिलाएं एक बार में ही मल्टीपल ऑर्गेज्म का अनुभव भी करती हैं। सेक्स को लेकर हर महिला की प्रतिक्रिया अलग होती है। कुछ महिलाएं जब उत्तेजित होती हैं, तो आवाज करती हैं या लंबी सांसें भारती हैं और कुछ बिल्कुल भी आवाज नहीं करतीं, तो इसका ये मतलब नहीं है कि जिसने आवाज नहीं की, उसे संतुष्टि नहीं मिली। सेक्स स्त्री-पुरुष का बेहद निजी मामला है और इसमें संतुष्टि तभी संभव है जब दोनों पार्टनर पार्टीसिपेट करें और एक-दूसरे की संतुष्टि का ध्यान रखें।

क्या आप साधारण भाषा में जी-स्पॉट के बारे में समझा सकते हैं? जी-स्पॉट क्या है और यह महिलाओं में कहां पर पाया जाता है?

जी-स्पॉट हर महिला में हो ये जरूरी नहीं है। पहली बार जर्मन गायनाकोलॉजिस्ट अर्नस्ट ग्रैफेनबर्ग ने जी-स्पॉट का जिक्र किया और उन्हीं के नाम पर इसका नाम रखा गया है। उन्होंने बताया कि यह वेजाइना में स्थित एक संवेदनशील हिस्सा है, जो सेक्स प्लेजर बढ़ाता है, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि ये हर महिला में होता है। ऐसा माना जाता है कि लगभग 10 से 15 प्रतिशत महिलाओं में जी-स्पॉट होता है, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि जिन महिलाओं में जी-स्पॉट नहीं होता, उन्हें सेक्स में संतुष्टि नहीं मिलती, हो सकता है कि वो जी-स्पॉट वाली महिलाओं से ज्यादा सेक्स लाइफ को एंजॉय करें। जी-स्पॉट के बारे में जानना ठीक है, लेकिन इसे सेक्स प्लेजर का पैमाना मान लेना सही नहीं है। सेक्स संतुष्टि दोनों पार्टनर के आपसी प्रेम से मिलती है इसलिए इसे बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देना जरूरी है।

डॉ. राजन भोसले, एमडी

प्रोफेसर एंड एचओडी, सेक्सुअल मेडिसिन डिपार्टमेंट, केईएम हॉस्पिटल एंड जी. एस. मेडिकल कॉलेज

महिला और पुरुष की काम उत्तेजना

रात के 11 बजे हैं। आप थके हुए हैं और कोई अच्छी किताब में खो जाना चाहते हैं – इसी वक़्त आपका साथी पूरी तरह उर्जित है और वो आपमें खो जाने की इच्छा रखता है। “मेरी नज़र में यह काफी महिलाओं के लिए एक बहुत ही आम स्थिति है,” मनोचिकित्सक एल्लें लान का कहना है,

“ये समझना मुश्किल हो जाता है कि अचानक मेरे पुरुष साथी की ये इच्छा कैसे जाग्रत हो गयी?”

सम्भोग सिर्फ एक औपचारिकता के लिए ना करें

सचमुच समझना मुश्किल ही है, लेकिन लान के मुताबिक दोनों की उत्तेजना एक साथ हो, इसके भी उपाय हैं। उनकी सबसे पहली सलाह – सम्भोग सिर्फ औपचारिकता पूरी करने के लिए ना करें, बल्कि इसलिए करें क्यूंकि आपको ये करना पसंद है।

“बहुत सी महिलाएं महसूस करती हैं कि उनका सम्भोग करने का मन नही हो तो भी अपने पुरुष साथी की इच्छा के लिए वो सम्भोग कर लेती हैं। यदि सम्भोग के लिए आपकी यह सोच है तो संभव है कि समय के साथ आपका दिमागये सचमुच मान ले कि आपको सम्भोग वाकई पसंद ही नहीं है।”

सम्भोग का आनंद सिर्फ एक सहूलियत ही नहीं, बल्कि महिलाओं की ज़रूरत भी है। “यदि आप सम्भोग से पहले उत्तेजित ना हों तो सम्भोग चिकनाई के अभाव में एक दर्दनाक क्रिया में परिवर्तित हो जाता है।

पुरुष सम्भोग में अपना आनंद ढूँढते हैं, महिलाओं को भी ऐसा करना चाहिए।

“बहुत सी महिलाओं को ये सच बुरा लगता है कि उन्हे सम्भोग आनंददायी नहीं लगता। लेकिन संभव है कि उन्हे सम्भोग तो पसंद हो लेकिन जिस तरह का सम्भोग उन्हें मिल रहा हो वे आनंद दायक ना हो।मैं ऐसे में महिलाओं को स्थिति में बदलाव की सलाह देती हूँ। महिलाओं को ये सोचना चाहिए कि उन्हें क्या चाहिए ना कि ये कि उन्हें क्या नहीं चाहिए।”

“अक्सर पुरुषों की सोच सम्भोग के बारे में ऐसी ही होती है।वोआनंद चाहते हैं। महिलाओं को भी सम्भोग के आनंद के बारे में पुरुषों की तरह सोचना चाहिए। ये समझना चाहिए कि यौन सुख साधारण चीज़ है, कोई बोनस नहीं।

बिना न्योते के पास ना जायें।

लान के पास कुछ टिप्स हैं: “थोडा और सक्रिय बनिए। कल्पना करें कि आप के अज्ञात ज़मीन पर आये एक घुमंतू जीव हैं जो नयी जगह केबारे में सबकुछ जानना चाहता है।

सुनिश्चित करें कि आप आराम से हैं। “यदि आप तनाव ग्रस्त हों और सम्भोग की इच्छा न रखते हों, तो वाकई इसका आनंद अनुभव करना मुश्किल हो जाता है। उदाहरण के तौर पर जिस समय आप तनाव मुक्त ना हों, आपके स्तनों को छूने पर आपको आनंद की बजाय दर्द भी महसूस हो सकता है। कई महिलाओं ने मुझे बताया कि उनके पुरुष साथी उनके स्तनों के साथ कुछ ज्यादा ही कठोर थे। मुझे अपने साथी को ये समझाना पड़ा कि मेरे स्तनों को छूना एक अच्छा एहसास है, लेकिन मेरी मर्ज़ी से।”

मूड में आना

इस सन्दर्भ में पुरुषों को महिलाओं की अपेक्षा ज्यादा सुविधा है। वो कई चीज़ों से उत्तेजित हो जाते हैं। “अक्सर पुरुष अपनी महिला साथी कोरोज़मर्रा की ब्रा और पैंटी पहने देख कर ही उत्तेजित हो जाते हैं। जबकि मैंने महिलाओं को ऐसा कहते नहीं सुना।”

“इसके बावजूद, शोध यह दर्शाती हैं कि महिला के उत्तेजित होने में अपने साथी का रूप रंग और आकर्षण भी ज़रूरी है। तो अपने पुरुष को कहिये कि साफ़ सुथरे बनें और दाढ़ी बनायें और वैसे दिखें जैसा आपको पसंद है।यह आपका अधिकार है।”

सम्भोग का कोई तय फ़ॉर्मूला नहीं है

आखिरकर एक महिला का यह महसूस करना आवश्यक है कि उनका साथी उन्हें समझ रहा है। जो बातें या कलह दिन में होते हैं, संभव है कि वोबातें रात को आपके शयन कक्ष तक आपका पीछा न छोड़ें। महिलाओं के लिए सम्भोग कोई फ़ॉर्मूला नहीं। इच्छा जाग्रत रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना ज़रूरी है।

निरंतर प्रयास करते रहना सुनने में मुश्किल ज़रूर है लेकिन इसका फल उस दिन प्रतीत होगा जब रात को 11 बजे आप में सो कोई एक नहीं बल्कि आप दोनों एक ही समय पर सम्भोग करने के इच्छुक होंगे।

लिंग तनाव समस्या से परेशान: पांच मुख्य तथ्य

इरेक्टाइल डिसफंक्शन – कुछ चीजें हैं जिसके बारे में पुरुष बात करना पसंद नहीं करते| समस्या होने के बावजूद वो इसे मानने से बचते हैं| उनका मानना होता है कि यह परेशानी उनके पुरुषत्व पर असर डालेगी| परेशानी होती भी है तब भी उसके बारे में उनका मानना होता है कि यह ‘अन्य प्रकार के लोगों’ के साथ ही होता है, उनके साथ नहीं हो सकती। जबकि हकीकत में यह सब असामान्य नहीं है। ऐसे ही पांच मुख्य तथ्य जिनके बारे में पुरुषों को जानकारी होनी चाहिए:

लिंग तनाव समस्या क्या है?
लिंग तनाव समस्या एक यौन रोग है, जिसे लोग ‘नपुंसकता’ भी कहते हैं। इसका मतलब है कि एक आदमी या तो इरेक्शन (लिंग को खड़ा रखना) नहीं कर सकता है, या सेक्स के दौरान अपने इरेक्शन को बनाए नहीं रख सकता है। लिंग तनाव समस्या सभी उम्र के पुरुषों को प्रभावित कर सकता है, लेकिन लोगों का मानना है कि यह समस्या बड़ी उम्र के पुरुषों को ही होती हैं। जबकि हाल के वर्षों में, युवा वर्ग में भी इस तरह की समस्या पाई गई है| वैज्ञानिक इसके कारणों पर रिसर्च कर रहे हैं फिर भी लोगों का मानना है कि यह उम्र बढ़ने के साथ होने वाला सामान्य पहलू नहीं है| यह सच है कि बूढ़े लोगों को उत्तेजित होने के लिए अधिक उत्तेजना की आवश्यकता होती है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वह किसी यौन रोग से ग्रस्त हैं।

लिंग तनाव समस्या होने के पीछे क्या कारण है?
बहुत सारी चीजें हैं, जो लिंग तनाव समस्या का कारण बन सकती हैं। उनमें से कुछ- दवाओं और दवाओं का एक साइड-इफेक्ट हो सकता है, या न्यूरोलॉजिकल समस्याओं, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या हार्मोनल असंतुलन, या पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन का ना होना भी एक कारण हो सकता है। लेकिन लिंग तनाव समस्या के मनोवैज्ञानिक कारण भी हो सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति वास्तव में तनावग्रस्त या दबाव में हो, तो यह समस्या ईडी यानी लिंग तनाव समस्या को जन्म दे सकती है। आपसी संबंधों में आने वाली समस्याएं या अपने बारे में असुरक्षित महसूस करना भी लिंग तनाव समस्या का कारण बन सकता है। इसलिए जब आपको इरेक्शन डिपार्टमेंट में कोई समस्या आ रही है, तो यह पता लगाने के लिए कि समस्या का कारण क्या है, डॉक्टर को दिखना अच्छा रहता है।

लिंग तनाव समस्या का इलाज कैसे किया जाता है?
स्तंभन दोष अक्सर अधिक गंभीर स्वास्थ्य समस्या का चेतावनी संकेत भी हो सकता है। इसलिए यदि किसी व्यक्ति को लिंग तनाव समस्या की समस्या है, तो डॉक्टर को दिखना और यह पता लगाना महत्वपूर्ण है कि समस्या क्या है। कारणों को जानकर लिंग तनाव समस्या का इलाज करने में मदद मिलती है। व्यायाम भी कई मामलों में लिंग तनाव समस्या की समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा, सिल्डेनाफिल साइट्रेट (वियाग्रा के रूप में बेची जान वाली) जैसी दवाएं भी एक अच्छा विकल्प हो सकती हैं। अन्य दवाओं को लिंग में इंजेक्ट किया जा सकता है। वहीं लिंग पंप भी आते हैं जो इरेक्शन में मदद करते हैं और अंतिम उपाय के रूप में सर्जरी तो है ही, जो समस्या दूर कर सकती है। कभी-कभी, सेक्स के दौरान एक पेनिस रिंग (काक रिंग) पहनने से भी इरेक्शन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, धूम्रपान छोड़ने और शराब पर कटौती करने से भी इस समस्या से निजात मिल सकती है। यदि ED की मनोवैज्ञानिक समस्या है, तो प्लेसबो ड्रग्स वास्तव में अच्छी तरह से काम करती हैं। और इसमें मनोचिकित्सा बहुत प्रभावी तरीके से काम करती है।

लिंग तनाव समस्या में क्या चीजें काम नहीं करती?
अब कई गोलियों के बारे में कहा जाता है कि उनको लेने से इस समस्या से मुक्ति मिल सकती है| ये दवाइयां आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध भी हैं पर जब तक डॉक्टर से सलाह नहीं ली जाये तब तक ऐसी दवाइयों के प्रयोग से बचना चाहिए| कई सप्लिमेंट्स हैं जो बाजार में तो है पर उनको जाचा परखा नहीं गया है और जो दावा करते हैं कि वे लिंग तनाव समस्या का इलाज कर सकते हैं ऐसे भ्रामक सप्लीमेंट्स से बचना चाहिए । इसलिए वे आपके और आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इसके अलावा, सप्लिमेंट्स निर्माता साइड-इफेक्ट्स और उनके उत्पादों के संभावित जोखिम के बारे में सूचित करने की आवश्यकता भी नहीं समझते। अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन के अनुसार, वर्तमान में बाजार पर लिंग तनाव समस्या के लिए कोई वैकल्पिक उपचार नहीं हैं।

मिथक का पर्दाफाश
लिंग तनाव समस्या का यह मतलब बिलकुल नहीं है की आप अपने साथी को आकर्षित नहीं कर सकते हैं। या यह बहुत अधिक हस्तमैथुन या अत्यधिक रूप से पोर्न देखने का साइड-इफेक्ट है। इसके अलावा, यह एक मिथक है कि लिंग तनाव समस्या दवा आपको कई घंटों तक लगातार इरेक्शन देगी, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप क्या करते हैं। आदर्श रूप से, आपको केवल तब ही इरेक्शन मिलेगा जब आप उत्तेजित होंगे। और लिंग तनाव समस्या की समस्या होने से एक रोमांचक सेक्स जीवन का अंत नहीं होता है – उपचार के बहुत सारे विकल्प उपलब्ध हैं!

 

(सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं, ट्विटर से प्राप्त की गयी हैं, हम यूजर्स द्वारा शेयर की गई स्टोरी में उनकी पहचान गुप्त रखते हैं)