धर्म

मै अल्लाह के साथ औरों की फ़िक्र नहीं करता, क्यूंकि अल्लाह ही सबसे बड़ा और हर चीज़ का अकेला मालिक है!


Shams Bond
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“इय्या क नअबुदु व इय्या क नस्तईन”
(अल्लाह) तेरी ही इबादत करते हैं और तुझ ही से मदद मांगते है ।
मै ख्वाजा वलियों पीरों मौलवियों आला हजरत या बाला हज़रत बल्कि किसी एक हज़रत की भी इबादत नहीं करता ,इसलिए उनके खौ़फ़ या खुशी की परवाह भी नहीं करता और ना मुर्दों से मै कोई उम्मीद रखता हूं ।

मेरा अल्लाह ज़िंदा है और बहुत ही ज़ोर वाला है उसका डर लाज़िम है मुझ पर वो सिर्फ़ बुरी बातों पर नाराज़ होता है ,मै उसकी नाराज़गी से उसी की पनाह मांगता हूं ।आदम की औलाद हूं इसलिए गुनाह में पड़ जाना या गलतियां हो जाना इंसानी कमज़ोरी है, जिसके लिए तौबा भी अल्लाह से करता हूं और माफ़ी की दुआ ( मदद) भी अल्लाह से ही करता हूं ।

मै अल्लाह के साथ औरों की फ़िक्र नहीं करता ,क्यूंकि अल्लाह ही सबसे बड़ा और हर चीज़ का अकेला मालिक है ।
हम सब जानते हैं कि जितने भी नबी हुए हैं सबके सब आदम pbuh की औलादें हैं ,जिन्होंने ग़लती किया और जन्नत से निकाल दिए गए ,,यानी जब बाप की अल्लाह की रूबुबियत में कोई रिस्पेक्ट नहीं है तो औलादों की क्या हैसियत ?

लेकिन अल्लाह ने नबियों के साथ एक अच्छी खुशखबरी भेजी कि जो भी नबी के रास्ते में ईमानदारी के साथ रहा तो बेशक उस नबी की मुहब्बत की वजह से अल्लाह उसके गुनाहों को हल्का कर सकता है ।

इसलिए मेरी आखरी पहली और बीच की सारी उम्मीद शरियत ए मुहम्मद के रास्ते अकेला सिर्फ़ अल्लाह है ।

मुझे पीरों से नहीं कोई वास्ता
मुझे मुस्लिम मेरे नबी ने किया है
हिसाब के लाइन में खड़े मिलेंगे ख्वाजा भी
लेकिन मेरा नबी होगा वहां, जहां साया ए अर्श ए बरीं