देश

मोहन भागवत के बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने ”भागवत” को घेरा!

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के ताजा बयान को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. इस बार ब्राह्मणों को लेकर जातिवाद पर टिप्पणी करके उन्होंने खुद की परेशानी बढ़ा दी है. अब मोहन भागवत के बयान पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने उन्हें घेरा है.

बच्चा पैदा होता है तो उसकी जाति नहीं होती

स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक समाचार चैनल से बातचीत करते हुए कहा, “आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का बयान भले ही किसी मजबूरी का हो.. लेकिन सच, सच होता है और सच सामने आ गया.” उन्होंने कहा, “कोई भी बच्चा पैदा होता है तो उसकी जाति नहीं होती. बच्चा जिस जाति और धर्म में पैदा होता है उस घर की जाति-धर्म बच्चे पर चस्पा हो जाती है. जाति व्यवस्था एक वर्ग विशेष ने अपना आधिपत्य जमाने के लिए स्थापित किया और बाकियों को अपने से नीचे रखा.”

प्रकृति ही अजर अमर है, भगवान है

उन्होंने कहा, “वर्ण व्यवस्था भेदभाव की है. उस बात को मोहन भागवत ने कह कर स्पष्ट कर दिया कि जातियां पंडितों ने बनाई हैं, ये किसी दैवीय शक्ति ने नहीं बनाई है. इसलिए इस पर बहस के साथ-साथ धर्माचार्यों को विचार करने की जरूरत है.” ईश्वर में आस्था के सवाल पर स्वामी प्रसाद ने कहा, “मैं प्रकृति को ही सबकुछ मानता हूं… उसे आप चाहे भगवान, अल्लाह या गॉड के रूप में मानिए, सब कुछ प्रकृति है. जो अजर-अमर हो वहीं भगवान है. केवल प्रकृति ही हमेशा रहती है.”

भागवत ने क्या कहा था

संघ प्रमुख भागवत ने कहा था कि समाज के बंटवारे का फायदा दूसरों ने उठाया और इसीलिए देश पर आक्रमण हुए. यहां तक कि इसी वजह से बाहरी देशों से आए लोगों ने हमारे देश पर राज किया. हिन्दू समाज को देश में नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता. आपको समझना होगा. हमारी आजीविका का मतलब समाज के प्रति भी ज़िम्मेदारी होती है. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया?