उत्तर प्रदेश राज्य

यूपी सरकार ने बदला मुगलसराय स्टेशन का ऐतिहासिक नाम, जानिए क्या है नया नाम ?

लखनऊ: देश में रोड़ और स्थलों के नाम बदलने की तो जैसे कोई रेस लगी हुई है,जो भी पार्टी सत्ता में आती है वो सबसे पहले नाम बदलने का ही काम करती है,मायावती मुख्यमंत्री थी तो उन्होंने जनपदों के नाम बदल कर रख दिये थे उसके बाद जब अखिलेश आये उन्होंने भी इस खेल को बदस्तूर जारी रखा और नाम बदले।

अब योगी सरकार अपने मंसूबों में आगे बढ़ रही है तो नाम बदलना भी तय था वैसे कब 2014 में केंद्र की सत्ता पर बीजेपी काबिज हुई थी नरेंद्र मोदी सरकार ने कई जगहों और योजनाओं के नाम बदल दिए हैं जिसमें ज्यादातर पं दीन दयाल उपाध्याय के नाम से रखे गए हैं. इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश सरकार ने मुगलसराय जंक्शन रेलवे स्टेशन का नाम भी बदल दिया है।

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार मुगलसराय जंक्शन रेलवे स्टेशन का नाम अब पं दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन होगा. यह मुगलसराय यूपी के चंदौली जिले के अंतर्गत आता है।

इससे पहले केंद्र और राज्य सरकार कई बड़ी योजनाओं को दीन दयाल उपाध्याय के नाम से घोषित कर चुकी है या चला रही है. दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना और दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना केंद्र की ओर से घोषित कई योजनाओं में से कुछ बड़ी योजनाएं हैं।

कई राज्य सरकारों की ओर से ढेरों योजनाएं दीन दयाल उपाध्याय के नाम से चलाई जा रही हैं. पिछले साल यूपी सरकार ने राज्य कर्मचारियों, पेंशनर्स तथा उनके परिवार के आश्रित सदस्यों को आकस्मिक तथा असाध्य रोगों के कैशलेस इलाज की योजना का नाम बदलकर ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मी कैशलेस चिकित्सा योजना’ कर दिया था।

वहीं, उत्तराखंड सरकार ने ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय मातृ-पितृ तीर्थाटन योजना’ के नाम से बुजुर्गों को राज्य के धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाता है. मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार ने दीनदयाल उपाध्याय के नाम से कई योजनाएं चला रखी हैं. पिछले साल अप्रैल में ‘दीनदयाल रसोई योजना’ की शुरुआत की गई है, जिसमें गरीबों को सस्ते में भोजन उपलब्ध कराना है।