दुनिया

यूरोप के लिए ठंड होगी जानलेवा, रूस उन देशों को तेल नहीं बेचेगा जो तेल बाज़ार में मूल्य सीमा को कम रखते हैं : रिपोर्ट

रूस के उपप्रधान मंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने घोषणा की है कि मास्को उन देशों को तेल नहीं बेचेगा जो तेल बाज़ार में मूल्य सीमा को कम रखते हैं।

उन्होंने एक बयान में कहा कि रूस तेल के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ताओं में से एक बना हुआ है लेकिन रूस के तेल की कीमत की सीमा को कम रखने से इस देश के तेल की आपूर्ति कम हो जाएगी।

रूस की चेतावनी उन देशों के लिए हैं जो इस क्षेत्र में पश्चिम के दृष्टिकोण को देखते हुए तेल बाज़ारों में तेल की कीमतों की उच्चतम सीमा को कम रखने का इरादा रखते हैं।

इससे पहले पश्चिमी देशों विशेष रूप से अमरीका और यूरोप ने विभिन्न मामलों में रूसी तेल की कीमत में वृद्धि या अन्य देशों के तेल के समान मूल्य पर इसके तेल की ख़रीद का विरोध किया था और यह मांग की थी कि मास्को के तेल की आय को कम करने के लिए तेल की क़ीमत की सीमा का निर्धारण किया जाए।

ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, कनाडा, अमरीका, फ्रांस और जापान पर आधारित जी-7 के राष्ट्राध्यक्षों ने जून 2022 की बैठक में रूसी ऊर्जा पर निर्भरता कम करने के अपने दृढ़ संकल्प पर बल दिया और रूसी तेल और गैस की कीमत लिए एक सीमा निर्धारित करने के साथ सैद्धांतिक रूप से अपने समझौते की घोषणा की थी।

सितम्बर 2022 की शुरुआत में, मॉस्को की तेल की आय को कम करने के लिए जी-7 रूसी तेल निर्यात पर मूल्य सीमा निर्धारित किए जाने पर सहमत हुआ था।

जी-7 के आर्थिक मामलों के मंत्रियों ने घोषणा की कि यदि रूसी तेल की क़ीमत निर्धारित सीमा से अधिक है, तो ये देश वैश्विक स्तर पर रूस के कच्चे तेल और तेल उत्पादों के समुद्री परिवहन को सक्षम बनाने वाली सेवाओं के प्रावधान पर रोक लगा देंगे।

यह निर्णय बीमा कवरेज या रूसी तेल शिपमेंट की वित्तीय सहायता को असंभव बना सकता है। इस कार्रवाई से ज़रूरतमंद देश रूसी तेल ख़रीद सकेंगे, लेकिन कम क़ीमत पर और केवल उस सीमा तक जो जी-7 के के नेतृत्व में एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन निर्धारित करता है।

तेल टैंकरों और बीमा कंपनियों को रूसी तेल परिवहन सेवाएं प्रदान करने की अनुमति केवल तभी दी जाती है जब तेल की कीमत उक्त गठबंधन द्वारा निर्धारित अधिकतम सीमा पर हो।

इस प्रकार से ग्रुप-7 ने इस देश के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों के विस्तार के हिस्से के रूप में रूसी तेल की क़ीमत को सीमित करने के अपने दृढ़ संकल्प पर बल दिया है।

क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेसकोव ने जी-7 की कार्रवाई के जवाब में चेतावनी दी कि रूस अपना तेल उन देशों को नहीं बेचेगा जो मूल्य सीमा निर्धारित करते हैं। पेसकोव ने कहा कि इस कार्रवाई तेल बाज़ार में विघ्न उत्पन्न होगा और आख़िरकार इसकी क़ीमत यूरोपीय नागरिकों को अदा करनी होगी।