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रमज़ान उल मुबारक की तैयारियों में जुटी पूरी मुस्लिम दुनिया-अरब देशों में की जारही हैं खास तय्यारियाँ

नई दिल्ली: रहमत,बरकत और मग़फ़िरत महीना रमज़ान के शुरू होने में कुछ दिन बाक़ी रह गए हैं इस महीने में पूरी दुनिया के मुसलमान रोज़े रखते हैं और ईबादत करते हैं,इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार ये तमाम महीनों का सरदार महीना है।

इस महीने के शुरू होने से पहले ही मोमिन इसकी तय्यारियाँ शुरू करदेते हैं,और इरादा करते हैं कि इस महीने में विशेष रूप से ज़्यादा से ज़्यादा इबादत की जाए क्योंकि इसमें सवाब कई प्रतिशत ज़्यादा बढ़कर मिलता है।

कुवैती में साल रमज़ान 17 मई को शुरू होने की उम्मीद है। आदिल अल-सादून ने कहा कि रमज़ान की शुरुआत की घोषणा करने वाले क्रिसेंट उत्तरी अफ्रीकी देशों में खुली आँखों से ईद का चाँद देखा जाएगा। लेकिन कुवैत में टेलीस्कोप की मदद से चाँद का दीदार किया जाएगा।

कुवैत समाचार एजेंसी (कुना) के मुताबिक, 16 मई को सूरज 6:16 बजे छिपेगा और चाँद लगभग 26 मिनट तक दिखाई देगा, और इसलिए 17 मई पवित्र महीने रमजान की शुरुआत होगी और पहला रोज़ा रखा जाएगा।

रमज़ान इस्लामिक कैलेंडर के नवे महीने में आता है। सभी अरब देशों में 17 मई से रमज़ान शुरू होने की उम्मीद की जा रही है। हर कोई इस पाक महीने में इबादत में मशगूल रहता है। सभी मुस्लिम लोग पुरे दिन रोज़ा रखते है नमाज़ पढ़ते है, तरहाबी पढ़ते है, कुरान-ए-पाक की तिलावत करते है।

यह पाक और बरकत वाला महिना होता है। अरब देशों में रहने वाले लोग साथ-साथ प्रवासी भी पुरे दिन काम करते है और वह रोज़ा भी रखते है। यह बहुत ही बरकत वाला महिना होता है इसलिए इस महीने लोग बुरी चीज़ों से बचते है और अल्लाह से अपने गुनाहों की तौबा करते है।

सभी अरब देशों में रमज़ान की तैयारियां ज़ोरों पर है लोग इस पाक महीने का बेसबरी से इंतज़ार कर रहा है। साथ ही लोगों में काफी ख़ुशी का महौल भी है। सभी मुस्लिम लोग 15 घंटे तक रोज़ा रखते है फिर रोज़ा इफ्तार करते है।