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रमज़ान उल मुबारक में देश के लिए बॉर्डर पर शहीद हुआ अब्दुल सत्तार,नम आंखों से किया गया सुपुर्द-ए-खाक

नई दिल्ली:देश की सेवा करने का जज़्बा हर भारतीय के सीने में होता है,इसी लिये हमेशा जान की बाज़ी लगाने वाले वीर बहादुर फौजियों के लिए हमेशा सम्मान से निगाहें उठती हैं,और हाथ उठाकर उनकी बहादुरी पर सलामी देते हैं,एक जवान अपने घर से निकलकर जब देश की रक्षा के लिया निकलता है उस समय वो सिर पर कफ़न बांधकर अपनी जान हथेली पर रखकर देश की रक्षा करने के लिये निकलता है।

रमज़ान उल मुबारक का महीना चल रहा है दस दिन के बाद ईद मनाई जाएगी लेकिन राजिस्थान के ग्राम मावा तहसील डीडवाना के निवासियों की ईद की खुशी किरकिरी होगई है,क्योंकि कश्मीर में तैनात गांव का सपूत अब्दुल सत्तार रमज़ान में शहीद होगया है,जिसके बाद से गांव में मातम छाया हुआ है ।

13 हज़ार 250 फिट ऊंची कश्मीर की सबसे उँची पहाड़ी पर तैनात अब्दुल सत्तार पाकिस्तान की तरफ से हुई भारी गोलाबारी में बुरी तरह से झुलस गया था,गोलियों से घायल बुरी तरह झुलसे हुए अब्दुल सत्तार ने बहादुरी का परिचय देते हुए अपने साथी फौजियों को जलने और कैम्प के असलाह हथियारों को नष्ट होने बचाया था,जिस कारण से वो बुरी तरह से घायल होगए थे।

जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया गया तथा इसके बाद दिल्ली के सेना हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया था,डॉक्टरों की टीम की हर मुमकिन कोशिस के बावजूद वीर जवान को बचाया नही जासका, और रविवार को शहीद होगया,जिसके बाद मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर विशेष वाहन से उनके पैतृक गांव में लाया गया ,जिसके बाद गांव में सन्नाटा छा गया,घर मे शहीद का जनाज़ा पहुंचने पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल होगया, और उनके पार्थिव शरीर से लिपटकर फफक पड़े।

इस दौरान अब्दुल सत्तार को उनके गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई,क्षेत्र के कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों,अधिकारियों,सेना के जवानों ने शहीद को पुष्प चक्र अर्पित कर नमन किया

बेटे की शहादत पर शहीद के पिता कुछ देर के लिये गमगीन हुए लेकिन उन्हें अपने बेटे की शहादत पर गर्व है,रिश्तेदारों और परिजनों तथा अधिकरियों ने उनकी ढांढस बंधाई, जनाजे में चल रहे लोग तिरंगे में लिपटी शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा कर रहे थे। जबकि कई लोग शहीद के जयकारे लगा रहे थे।

शहीद की अंत्येष्ठी के समय सार्वजनिक निर्माण व परिवहन मंत्री यूनुस खान ओर लाडनूं विधायक मनोहर सिंह भी पहुंचे और शहीद के परिजनों को सम्बल प्रदान किया। इसके अलावा अतिरिक्त जिला कलक्टर बलवंत सिंह लिग़री, उपखंड अधिकारी उत्तम सिंह शेखावत, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल मदनसिंह जोधा, डीडवाना थानाधिकारी जितेंद्र सिंह चारण सहित अनेक अधिकारियों ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित किए।

सेना के जवानों ने शहीद को सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान धार्मिक रस्मोरिवाज के साथ शहीद की जनाजे की नमाज पढ़ी जाकर उन्हें सुपुर्द ए खाक किया गया।

सेना ने जवान अब्दुल सत्तार की वीरता को देखते हुए उन्हें शहीद का दर्जा दिया और उनकी शहादत को भी नमन किया है। शहीद अब्दुल सत्तार ने पवित्र रमजान माह में शहादत पाई है, जो इस्लाम की मान्यता के अनुसार बेहद खास माना जाता है।