Related Articles
मानव के पूर्वजों की ”पूंछ” कब और कैसे ग़ायब हुई?
विज्ञान कहता रहा है कि मानव के पूर्वजों की पूंछ हुआ करती थी. तो फिर यह पूंछ कब और कैसे गायब हुई होगी? रिसर्चरों ने पहली बार इसका एक वैज्ञानिक कारण ढूंढने में सफलता हासिल की है. मानव के पूर्वजों की पूंछ होती थी, तो फिर हमारी क्यों नहीं है? करीब दो से ढाई करोड़ […]
दुनिया के सबसे मीठे आम का नाम लंगड़ा क्यों पड़ा?…”अम्मा, आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है”✍️✍️✍️✍️
“अम्मा!.आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है” डाकिया बाबू ने अम्मा को देखते अपनी साईकिल रोक दी। अपने आंखों पर चढ़े चश्मे को उतार आंचल से साफ कर वापस पहनती अम्मा की बूढ़ी आंखों में अचानक एक चमक सी आ गई.. “बेटा!.पहले जरा बात करवा दो।” अम्मा ने उम्मीद भरी निगाहों से उसकी ओर देखा लेकिन […]
ग़रीब, बेहसहारा लोगों की आँखों का मुफ़्त में ऑपरेशन करते हैं डॉ मुस्तफ़ा-जिनके जज्बे को लाखों सलाम
नई दिल्ली: अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त ने क़ुरआन पाक में कहा है जो लोगों को फायदा पहुंचाता है अल्लाह उसको दुनिया मे जमाते हैं यानी तरक़्क़ी देते हैं,ख़िदमत ऐ ख़ल्क़ या समाजसेवा इस्लाम के मौलिक सिद्धांतों में से है,दुनिया ने ख़िदमत इंसानियत और तहज़ीब पिछली सदियों में मुसलमानों से सीखी है,लेकिन आजके दौर में इसकी बड़ी […]