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अब आ रहे हो? बच्चे की भी चिंता नहीं है तुम्हें…
DIl ki awaaz /दिल की आवाज · ================ रात के आठ बजनेवाले थे. श्रीयंत सड़क की भीड़ से उलझा हुआ कार ड्राइव करता हुआ ऑफिस से घर जा रहा था, पर दिमाग़ में विचारों का घमासान व दिल में भावनाओं की उठापटक जारी थी. ऑफिस में रिनी का फोन आया था कि कियान की तबीयत […]
मैं मायके तो जाऊंगी ही जाऊंगी, साथ में पेड की जडों में तेज़ाब भी डालकर जाऊंगी…
बचपने में ही उन दोनों भाईयों की अम्मा चल बसी थी। अम्मा को पेड पौधों से बहुत प्रेम था, अम्मा ने आंगन में तुलसी, सदाबहार, जामुन, नींबू, अमरूद और आम के पौधे लगाए थे। जब तक वो जीवित थी, पौधे वृद्धि करते रहे। पौधों के साथ दोनो भाई भी बडे हो रहे थे। बदकिस्मती उन […]
ख़ूब है इश्क़ का ये पहलू भी,,,मैं भी बर्बाद हो गया तू भी….
Mohd Iftakhar =============== अमेरिका के एक गणितज्ञ थे,उनकी बीवी ने तलाक़ देते हुए कहा था कि ये आदमी बुरे नहीं है लेकिन सुबह शाम दिन रात अपनी ही दुनिया में खोये रहते हैं,डिनर टेबल हो या बेडरूम,हर जगह अपना दिमाग़ जाने किस कैल्क्युलेशन में लगाये रहते हैं,तमाम अच्छाईयों के बीच इसी एक कमी के कारण […]