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रूसी कंपनी से ईरान की सबसे बड़ी गैस डील हुई, ईरान के पेट्रोलियम उद्योग के इतिहास का सबसे बड़ा सौदा : रिपोर्ट

ईरान की नेशनल आयल कंपनी के कार्यकारी अधिकारी ने ईरान के पेट्रोलियम उद्योग के इतिहास का सबसे बड़ा सौदा रूस की गाज़प्रोम कंपनी से किया है जिसके आधार पर रूस दसियों अरब डालर ईरान के तेल व गैस फ़ील्ड्ज़ पर करेगा।

मोहसिन ख़ुजस्ते ने एतिहासिक डील पर हस्ताक्षर समारोह के अवसर पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह ईरान के पेट्रोलियम उद्योग के इतिहास में सबसे बड़ा विदेशी पूंजीनिवेश का समझौता है।

उन्होंने बताया कि रूस की गाज़प्रोम कंपनी कीश गैस फ़ील्ड और उत्तरी पार्स गैस फ़ील्ड में दस अरब डालर का निवेश करेगी और इन दोनों फ़ील्ड्ज़ को विकसित करने के बाद गैस के उत्पादन में रोज़ाना दस करोड़ घनमीटर की वृद्धि होगी।

ख़ुजस्ते ने आगे बताया कि डील के अनुसार गाज़प्रोम ईरान के 6 आयल फ़ील्ड्ज़ को भी डेवलप करेगा जबकि एक अन्य बड़े प्रोजेक्ट पर गाज़प्रोम की तरफ़ से 15 अरब डालर का निवेश किया जाएगा। दक्षिणी पार्स गैस फ़ील्ड में गैस का प्रेशर बढ़ाने की बहुत अहम परियोजना पर काम होगा। उन्होंने बताया कि ईरान एलएनजी तथा कुछ अन्य परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर भी सहमति हुई है। मोहसिन ख़ुजस्ते का कहना था कि हम गाज़प्रोम के अनुसंधानिक केन्द्रों के साथ सहयोग करके टेक्नालोजी हस्तांतरण के मैदान में काम करने जा रहे हैं।

मंसूरी, आबे तैमूर, करंज, आज़र और चंगूले आयल फ़ील्ड्ज़ में भी रूसी कंपनियां बड़े पैमाने पर निवेश करेंगी।

मोहसिन खुजस्ते ने कहा कि आज हम दुनिया की विशालकाय कंपनी के साथ बहुत बड़ा समझौता कर रहे हैं। ईरान और रूस के पास कुल मिलाकर 70 ट्रिलियन घन मीटर से अधिक गैस भंडार है। यह सारी दुनिया का तीस प्रतिशत गैस भंडार है।

श्री ख़ुजस्ते ने कहा कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों की हमें कोई चिंता नहीं है हमारी डील के रास्ते में यह पाबंदियां कोई रुकावट नहीं डाल सकेंगी।