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रूस के ज़ोरदार हमलों के बाद अमेरिकी कठपुतली यूक्रेनी राष्ट्रपति ने इस्राईल पर निकाला ग़ुस्सा, जानिये क्यों!

रूस की सेना ने क्रीमिया के पुल पर हुए भीषण विस्‍फोट के बाद यूक्रेन के ख़िलाफ़ जवाबी कार्यवाही करते हुए कई शहरों पर मिसाइलों की बारिश कर दी है। जिसके बाद यूक्रेन के लगभग हर शहर से सायरन बजने की आवाज़ें सुनाई देने लगी।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, सोमवार को रूस ने यूक्रेन के सभी प्रमुख शहरों पर मिसाइलों की बारिश कर दी। रूस ने एक के बाद एक 83 मिसाइलें दाग़कर न केवल यूक्रेन बल्कि पश्चिमी देशों को अपनी ताक़त का एहसास कराया। विशेषज्ञों के मुताबिक़ यूक्रेन में यह रूस का सबसे बड़ा हमला था। यूक्रेन का दावा है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों की ओर से दिए गए एयर डिफेंस सिस्‍टम कई मिसाइलों को हवा में ही मार गिराने में सफल हुए लेकिन रूस का हमला इतना शक्तिशाली था कि अमेरिकी डिफेंस सिस्टम को भेदते हुए रूसी मिसाइलें यूक्रेन की राजधानी कीएफ़ में अपने निर्धारित लक्ष्यों पर जाकर लगीं। रूसी मिसाइल हमले में डिफेंस सिस्‍टम के फेल होने के बाद नाटो सेना के पूर्व कमांडर जनरल जॉर्ज जोउलवान ने सोमवार को सुझाव दिया कि यूक्रेन की सेना अपने एयर डिफेंस सिस्‍टम को लेकर विचार करना चाहिए। उन्‍होंने सीएनएन से बातचीत में कहा कि इन हमलों से यह संकेत मिलता है कि यूक्रेन को बड़े पैमाने पर हथियार दिए जाने के बाद भी रूसी सेना अभी भी तोपखाने और हवाई क्षमता के मामले में जंग में भारी पड़ रही है।


जनरल जॉर्ज ने कहा, ‘यूक्रेन को आयरन डोम जैसे हवाई सुरक्षा कवच की ज़रूरत है।’ उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन की सेना को रूस के हवाई और तोपखाने की ताकत से बचाव की ज़रूरत है। उन्‍होंने कहा कि यह पुतीन की सेना की बड़ी ताक़त है। रूस के इन हमलों में यूक्रेन के कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद पुतीन ने चेतावनी दी है कि आगे अभी इस तरह के और ज़्यादा हमले होंगे। रूस की इस धमकी के बाद जी7 देशों की चिंता बढ़ गई है। यूक्रेन की ताज़ा स्थिति को लेकर मंगलवार को यह देश एक आपात बैठक कर रहे हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति इस्राईल को कोसते हुए नज़र आए। ज़ेलेंस्‍की कई बार इस्राईल से सैन्‍य सहायता देने की गुहार लगा चुके हैं। उन्‍होंने पिछले महीने ही अवैध ज़ायोनी शासन से आयरन डोम सिस्‍टम खुलकर मांगा था। ज़ेलेंस्‍की ने कहा था कि मैं स्‍तब्‍ध हूं क्‍योंकि मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि इस्राईल हमें अपना एयर डिफेंस सिस्‍टम क्‍यों नहीं देना चाहता है। उन्होंने कहा कि मैं नहीं जानता हूं कि इस्राईल को क्‍या हो गया है।