दुनिया

रोहिंग्याई मुसलमानों के नरसंहार पर कनाड़ा ने ‘आंग सान सू ची’ को किया अपमानित,छिनी नागरिकता

नई दिल्ली: रोहिंग्या में पिछले दिनों जो अमानवीयता देखने को मिली थी उससे सब दुःखी थे,जिसके चलते पूरी दुनिया मे उसका विरोध हुआ था,लाखों की संख्या में लोग बेघर होकर म्यांमार छोड़ने पर मजबूर हुए थे जो अन्य देशों में शिविरों में ज़िन्दगी गुज़ारने पर मजबूर हैं।

रोहिंग्या संकट के चलते कनाडा ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की को दी गई मानद नागरिकता वापस ले ली है। इससे संबंधित एक प्रस्ताव गुरुवार को कनाडा की संसद ने सर्वसम्मिति से पारित कर दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता सू की को 2007 में कनाडा की मानद नागरिकता दी गई थी।

म्यांमार में पिछले साल अगस्त में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा पर चुप्पी साधने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सू की की छवि काफी खराब हुई है।

पिछले हफ्ते कनाडा ने इस घटना को नरसंहार करार दिया था। इसके बाद ही उनकी नागरिकता वापस लेने का फैसला किया गया। दलाई लामा, नेल्सन मंडेला और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को भी कनाडा ने मानद नागरिकता दे रखी है।

रोहिंग्या संकट को लेकर अमेरिका के होलोकास्ट संग्रहालय ने सू की को दिया एली वीजल पुरस्कार वापस ले लिया था। ब्रिटेन के ग्लासगो, ऑक्सफोर्ड, न्यूकैसल और इडेनबर्ग शहरों ने म्यांमार नेता को दी मानद उपाधियां वापस ले ली हैं। कनाडा के मानवाधिकार म्यूजियम में लगे सू की के चित्र पर अंधेरा कर दिया गया है