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संघ,बीजेपी की मीटिंग में क़ानून से हट कर राम मंदिर निर्माण पर रस्ता हुआ साफ,देखिए क्या कहा ?

नई दिल्ली: RSS के प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरे के सालाना कार्यक्रम में केंद्र सरकार को अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की याद दिलाई थी, भागवत ने कहा था कि राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाए जाने की जरूरत है।

अब बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार (24 अक्टूबर, 2018) को कहा कि उसे उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट का इस मामले पर फैसला जल्द आ जाएगा। सत्ताधारी पार्टी के इस रुख से पता चलता है कि वह इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने आरएसएस, उसके सहयोगी संगठनों और यूपी सरकार की समन्वय बैठक में बुधवार को ऐसे संकेत दिए।

मीटिंग के बाद, आरएसएस के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल ने राम मंदिर पर किसी तरह की चर्चा होने से इनकार किया। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि एक अनुषांगिक संगठन के पदाधिकारी ने इस मुद्दे को उठाया और कहा कि राम मंदिर जल्द से जल्द बनना चाहिए।

सूत्रों के मुताबिक, शाह ने जवाब दिया कि राम मंदिर पर मोदी सरकार वचनबद्ध है, लेकिन सरकार संविधान से बंधी हुई है। शाह ने बैठक में मौजूद लोगों से कहा कि सुप्रीम कोर्ट इस मुद्दे पर सुनवाई शुरू करने वाला है और पार्टी को उम्मीद है कि फैसला जल्द से जल्द आ जाएगा।