दुनिया

सऊदी अरब ने इस्राईली विमानों के लिए खोली अपनी वायुसीमा, अमेरिका ने स्वागत किया

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन अभी अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में हैं और वह आज सऊदी अरब जाने वाले हैं इसी बीच सऊदी अरब ने एलान किया है कि इस्राईल के युद्धक विमानों के अलावा समस्त विमानों के लिए इस देश की वायुसीमा खुली है।

समाचार एजेन्सी इर्ना ने रूसियलयौम के हवाले से बताया है कि आज जो बाइडेन सऊदी अरब की यात्रा पर जाने वाले हैं। बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सलवेन ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि सऊदी अरब ने इस्राईली विमानों के लिए अपनी वायुसीमा खोलने पर आधारित जो एतिहासिक फैसला किया है उसका राष्ट्रपति जो बाइडेन ने स्वागत किया है और उसका नतीजा बाइडेन की सऊदी अरब की यात्रा से अपने शिखर पर पहुंच जायेगा।

इसी प्रकार जैक सलवेन ने दावा किया कि सऊदी अरब के इस फैसले से एकजुट मध्यपूर्व बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा और यह फैसला अमेरिका और इस्राईल की सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि आज राष्ट्रपति बाइडेन जिद्दा में इस फैसले के बारे में अधिक वार्ता करेंगे क्योंकि उनकी एतिहासिक यात्रा इस्राईल से सीधे सऊदी अरब होगी।

सऊदी अरब के उड्डयन संगठन ने आज शुक्रवार की सुबह एलान किया है कि वह अपनी वायुसीमा को सैन्य विमानों के अलावा समस्त विमान कंपनियों के लिए खोल रहा है। कल ही एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा था कि उम्मीद की जा रही है कि सऊदी अरब अपनी वायुसीमा को इस्राईली उड़ानों के लिए खोल देगा।

जानकार हल्कों का मानना है कि सऊदी अरब का ताज़ा फैसला इस्राईल से संबंध सामान्य बनाये जाने और उसे मान्यता दिये जाने की दिशा में एक अन्य कदम है और सऊदी अरब इस प्रकार का फैसला करके विश्व जनमत विशेषकर इस्लामी जगत में यह माहौल तैयार कर रहा है कि इस्राईल से संबंध स्थापित करके उसने कोई ग़लत काम नहीं किया है। दूसरे शब्दों में सऊदी अरब इस्राईल को मान्यता देने की दिशा में अग्रसर है और अगर इस्लामी जगत में उसे अपनी छवि खराब होने की चिंता न होती तो बहुत पहले वह इस्राईल को मान्यता प्रदान दे चुका होता।

नोटः ये व्यक्तिगत विचार हैं। तीसरी जंग हिंदी का इनसे सहमत होना ज़रूरी नहीं है